बिहार के शिक्षा मंत्री प्रो चंद्रशेखर ने 10 और 12 वीं परीक्षा में इस साल बेहतर प्रदर्शन करने वाले बच्चों से कहा कि आप भारत का भविष्य हैं. आप के कंधे पर देश को सर्वश्रेष्ठ बनाने की जवाबदेही है. इसके आप अच्छी पढ़ायी करें. आप लोगों को भारत का मस्तक ऊंचा करने की जरूरत है.
बच्चों और अभिभावकों से खचा-खर्च भरे श्रीकृष्ण मेमोरियल सभागार में बुधवार को आयोजित प्रभात खबर के प्रतिभा सम्मान समारोह में शिक्षा मंत्री ने यह बातें कहीं. इस दौरान उन्होंने दसवीं और 12 वीं के 34 सौ बच्चों को मेडल व प्रशस्ति पत्र वितरित किये. शिक्षा मंत्री ने बच्चों को खूब दुलारा. आशीर्वाद दिया. प्रोत्साहित किया. वहीं बच्चों और उनके अभिभावकों में उनके साथ सेल्फी लेने की होड़ लगी रही.
शिक्षा मंत्री प्रो चंद्रशेखर ने कहा कि बच्चों को अच्छा इंसान बनने की जरूरत है. अच्छा इंसान वह जो सबकी मदद करे. संवदेनशीलता ही बच्चों को अच्छा इंसान बनाती है. संवेदनशीलता का गुण पढ़ाई से आता है.
उन्होंने कहा कि अच्छी पढ़ाई करने वाले बच्चे ही समाज में नफरत दूर कर सकते हैं. उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत के सामने तमाम चुनौतियां हैं. जिसमें ताकतवर देशों की दादागिरी और देश में बढ़ता नफरत सबसे प्रमुख चुनौती हैं. इन चुनौतियों का सामना अच्छी पढ़ाई और जवाबदेह नागरिक बनकर ही किया जा सकता है. शिक्षा मंत्री ने कहा कि संकल्प और मेहनत के जरिये आप लोग सब कुछ हासिल कर सकते हैं.
प्रो चंद्रशेखर ने कहा कि भारत भूमि पर बिहार गौरव है. यहां की धरती गौरवशाली है. गौतम बुद्ध का ज्ञान हो या मोक्ष, बिहार उसका साक्षी है. आर्यभट्ट ने शून्य यहीं पर दिया. बिहार गणतंत्र की धरती है. बिहार ही वह धरती है, जहां (चंपारण) से बापू ने अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई शुरू की. साथ ही 70 के दशक में तानाशाही के खिलाफ देश में शुरू होने वाला आंदोलन जेपी ने बिहार से ही शुरू किया. आखिर बिहार की धरती में कुछ तो है, जो लोगों को बड़े काम करने के लिए लोगों को प्रेरित करती है. बिहार की धरती ज्ञान और परिवर्तन की धरती है. इसलिए आप लोग सर्वश्रेष्ठ करने का प्रयास कर बिहार और भारत का नाम रोशन करें.
शिक्षा मंत्री ने बच्चों से आह्वान किया कि बिहार की गौरवशाली शिक्षा की विरासत को संभालने के लिए वे तैयार रहें. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव मिल कर शिक्षा की बेहतरी के लिए काम कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि यह सरकार गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा के लिए काम कर रही है. इसके लिए वह प्रतिभाशाली शिक्षकों की बहाली के लिए प्रभावी कदम उठाने के लिए कुछ भी करने को तैयार है. यह सरकार शिक्षा की बेहतरी के लिए कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेगी.