प्रधानमंत्री विद्या स्कीम: अब CBSE के टीवी चैनल के जरिये भी पढ़ाई कर सकेंगे छात्र, लांच होंगे कुल 200 चैनल
प्रधानमंत्री विद्या स्कीम के तहत शिक्षा विभाग देश भर में 200 टीवी चैनल लांच करने जा रही है. इस स्कीम तहत सीबीएसइ को भी एक टीवी चैनल दिया गया है. इसके जरिये कक्षा एक से 12वीं के विद्यार्थी घर बैठे ही पाठ्यक्रम से जुड़े विभिन्न टॉपिक को समझ सकेंगे.
पटना: प्रधानमंत्री विद्या स्कीम के तहत शिक्षा विभाग देश भर में 200 टीवी चैनल लांच करने जा रही है. इस स्कीम तहत सीबीएसइ को भी एक टीवी चैनल दिया गया है. इसके जरिये कक्षा एक से 12वीं के विद्यार्थी घर बैठे ही पाठ्यक्रम से जुड़े विभिन्न टॉपिक को समझ सकेंगे. इसके साथ ही टीवी चैनल के जरिये शिक्षकों के लिए ट्रेनिंग प्रोग्राम भी आयोजित की जायेगी. इसमें नयी शिक्षा नीति को लागू करने के लिए बुनियादी जरूरतों के बारे में भी स्कूल प्रबंधकों को जानकारी दी जायेगी. यह जानकारी शनिवार को सीबीएसइ के ट्रेनिंग डायरेक्टर श्रीराम शर्मा ने दी. वह पटना में बोर्ड कॉलोनी स्थित डीएवी स्कूल में आयोजित ओरिएंटेशन प्रोग्राम में भाग लेने आये थे.
इच्छुक शिक्षक प्राप्त कर सकते हैं ट्रेनिंग
उन्होंने कहा कि टीवी चैनल बीटा रन मोड में है. अगले माह से विद्यार्थी चैनल के माध्यम से लाभ उठा सकेंगे. उन्होंने कहा कि जिन शिक्षकों को इ-कंटेंट डेवलप करने या फिर पाठ्यक्रम से जुड़े टॉपिक को समझाने के लिए प्रोग्राम में हिस्सा लेने का अवसर मिलेगा. इसके साथ ही इच्छुक शिक्षक सीओइ के माध्यम से जुड़कर ट्रेनिंग भी प्राप्त कर सकते हैं. श्रीराम शर्मा ने बताया कि सीबीएसई की ओर से रायबरेली में एडवांस सेंटर भी तैयार किया गया है, जहां स्कूली शिक्षकों को आवासीय प्रशिक्षण दिया जायेगा. एडवांस सेंटर में रिसर्च वर्क को भी प्रोमोट किया जायेगा. एडवांस सेंटर में अत्याधुनिक लैब व मॉडर्न इक्विप्मेंट भी इंस्टॉल किया गया है.
Also Read: सुपौल: बाढ़ अवधि के 17वें दिन कोसी के जलस्तर में वृद्धि, 13 अतिसंवेदनशील स्परों पर अभियंता अलर्ट, लोग हुए चौकस
साल में 50 घंटे की ट्रेनिंग लेना शिक्षकों के लिए अनिवार्य
सीबीएसइ के ट्रेनिंग डायरेक्टर ने कहा कि साल में 50 घंटे की ट्रेनिंग प्राप्त करना सभी शिक्षकों के लिए अनिवार्य है. वहीं उन्होंने बताया कि मास्टर ट्रेनर को मिलने वाले मानदेय को भी 2500 रुपये प्रतिदिन के बजाय अब 90 मिनट के सत्र के लिए 2500 रुपये दिये जायेंगे. एक मास्टर ट्रेनर एक दिन में 90-90 मिनट के दो सत्र में भाग ले सकते हैं.
शिक्षा से वंचित रह जा रहे बच्चों तक पहुंचाना है क्वालिटी एजुकेशन
फाउंडेशन लिट्रेसी और नयी शिक्षा नीति पर आधारित ओरिएंटेशन प्रोग्राम की शुरुआत करते हुए सीबीएसई के रीजनल ऑफिसर अरविंद कुमार मिश्रा ने कहा कि नयी एजुकेशन पॉलिसी शिक्षा से वंचित रह जा रहे बच्चों तक क्वालिटी एजुकेशन को पहुंचाने की बात करती है. इसके साथ ही बच्चों में इनोवेटिव आइडिया और समझने की शक्ति को बढ़ाने के लिए नयी शिक्षा नीति को तैयार किया गया है. वहीं, सीबीएसइ के एकेडमिक डायरेक्टर डॉ जोसेफ ऐमैनुएल ने राज्य के विभिन्न स्कूलों से आये प्राचार्यों को संबोधित करते हुए कहा कि नयी शिक्षा नीति को लागू करने का उद्देश्य विद्यार्थियों को प्रैक्टिकल लाइफ से जोड़ कर पढ़ाने के लिए किया गया है. इसके साथ ही बच्चों को मुख्य विषय के साथ ही वोकेशनल कोर्स की पढ़ाई से जोड़कर उन्हें बेहतर करियर ऑप्शन को चुनने का अवसर देना है. मौके पर राज्य के विभिन्न जिलों के सीबीएसइ स्कूलों के प्राचार्य व सीबीएसई के अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे.