खुशरूपुर कांड के मुख्य आरोपी प्रमोद सिंह गिरफ्तार, महादलित महिला की प्रताड़ना के चार आरोपित अभी भी फरार

महिला के साथ हुए अमानवीय व्यवहार के लिए पांच लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया है. इस मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. हालांकि चार अन्य आरोपी अभी भी पुलिस की गिरफ्तर से बाहर है. पुलिस का दावा है कि अन्य चार आरोपितों को भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जायेगा.

By Ashish Jha | September 26, 2023 5:49 PM

पटना. खुशरूपुर कांड मामले में पटना पुलिस ने मुख्य आरोपी प्रमोद सिंह को गिरफ्तार कर लिया है. खुसरूपुर के माेसिमपुर की रहने वाली दलित महिला के साथ छेड़खानी, हत्या के प्रयास व एससी-एसटी एक्ट मामले में फरार मुख्य आरोपित प्रमोद सिंह को 72 घंटे के अंदर में पुलिस टीम ने फतुहा प्रखंड परिसर से गिरफ्तार कर लिया. यह पुलिस दबिश के बाद कोर्ट में सरेंडर करने की तैयारी में था, लेकिन पुलिस ने उससे पहले ही पकड़ लिया. प्रमोद कुमार सिंह पर आरोप है कि महज 1500 रुपये की खातिर उन्होंने अपने लोगों के साथ मिलकर महादलित समाज से आनेवाली महिला को निर्वस्त्र कर पीटा. महिला के साथ हुए अमानवीय व्यवहार के लिए पांच लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया है. इस मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. हालांकि इस मामले में फिलहाल प्रमोद सिंह का बेटा अंशु कुमार व चार अज्ञात आरोपित फरार हैं. पुलिस का दावा है कि अन्य चार आरोपितों को भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जायेगा.

Also Read: बिहार के सात जिलों में कम हो रही है पानी की उपलब्धता, पुराने जलस्रोतों को सरकार करेगी पुनर्जिवित

पांच लोगों के खिलाफ दर्ज है प्राथमिकी

राजधानी पटना से सटे खुसरूपुर में दलित महिला के साथ दबंगों ने दरिंदगी की सारी हदें पार कर दी थी. 23 सितंबर की रात महादलित महिला का पहले अपहरण किया गया फिर उसके कपड़े उतार दिए गए. उसके साथ बेरहमी से मारपीट की गई और उसके साथ अमानवीय व्यवहार किया गया. आरोपियों की पहचान प्रमोद सिंह और उसके बेटे अंशू सिंह के रूप में हुई थी. घटना के बाद दोनों फरार हो गये. मामला प्रकाश के आने के बाद इस संबंध में स्थानीय थाने में पांच लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज करायी गयी.

अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छोपमारी

मंगलवार को पटना ग्रामीण एसपी सैयद इमरान मसूद ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि खुशरुपुर कांड के मुख्य आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार आरोपी की पहचान प्रमोद सिंह के रूप में हुई है, जबकि उसका बेटा अंशू सिंह सहित 4 आरोपियों की गिरफ्तारी अभी नहीं हो पाई है. उन्होंने कहा कि प्रमोद मोसिमपुर से भागने के बाद लगातार इधर-उधर छिप कर रह रहा था. उस पर पीड़िता के बयान के आधार पर खुसरूपुर थाना में आइपीसी की धारा 341, 323, 325, 307, 354, 504, 506, 34 और एससी-एसटी एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है. बाकी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है. उन लोगों को भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जायेगा. एसपी ने दावा किया है कि अन्य आरोपित भी जल्द ही सलाखों के पीछे होंगे.

Also Read: नीतीश कुमार ने किया विधानसभा प्रभारियों की टीम को भंग, अब इस फॉर्मूले से होगा गठन

पेशाप पिलाने की बात झूठी

उन्होंने कहा कि गिरफ्तार आरोपित से पुलिस पूछताछ कर रही है. उन्होंने बताया कि जब मुख्य आरोपी प्रमोद सिंह से पूछताछ की गयी तो उसने मारपीट की बात स्वीकार किया लेकिन पेशाब पिलाने की बात झूठा बताया. महिला को बाप-बेटे ने मिलकर मारा था. बाप-बेटे सूद पर पैसे लगाता है. महिला के पति को प्रमोद सिंह ने 15 हजार रुपया सूद पर दिया था. पैसे नहीं चुकाने को लेकर विवाद चल रहा था. इसी को लेकर इन लोगों ने महिला की पिटाई की थी. फिलहाल पूरे मामले की छानबीन जारी है.

सूद पर पैसे देने के साक्ष्य भी जुटा रही पुलिस

प्रमोद सिंह ने अपने बयान में सूद पर पैसे देने की बात को स्वीकार कर लिया है. पुलिस अब उसके घर की तलाशी लेगी ताकि वहां से कोई ऐसी बही बरामद की जा सके, जिसमें वह सारा हिसाब-किताब रखता हो. साथ ही पुलिस यह भी पता कर रही है कि गांव में और किन-किन लोगों ने सूद पर रकम दे रखी है. इधर, एक दस सेकेंड का घटना से संबंधित वीडियो होने की बात पर ग्रामीण एसपी ने कहा कि उसे तलाश की जायेगी. फिलहाल वह वीडियो पुलिस को नहीं मिला है.

नहीं खत्म होता है सूद

सूत्रों का कहना है कि मोसिमपुर के साथ ही कई अन्य गावों में सूद पर पैसे लगाने का बड़े पैमाने पर कारोबार होता है. प्रतिमाह पांच से दस फीसदी तक सूद पर पैसा लेने को गरीब मजबूर हैं. मसलन अगर किसी ने उन महाजनों से रकम ली तो उसे चुकाने में कई साल लग जाते हैं.

Next Article

Exit mobile version