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भारत-पाक सीमा से लेकर कन्याकुमारी तक पहुंचेगा छठ व्रत का प्रसाद, बस करना होगा ये छोटा काम

अपने घर नहीं पहुंचे लोगों के लिए राज्य से संचालित फेसबुक पेज ने देश के हर कोने में रहने वाले लोगों तक छठ प्रसाद पहुंचाने का जिम्मा लिया है. दरअसल, दूसरे राज्यों में रह रहे बिहार और पूर्वांचल के लोगों के घर छठ का महाप्रसाद डाक और कुरियर से भेजने का काम किया जायेगा.

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 20, 2023 3:31 PM

हिमांशु देव, पटना. बिहार वासियों के लिए छठ का त्योहार बेहद खास होता है. यही वजह है कि सभी इस महापर्व में शामिल होना चाहते हैं. अन्य राज्यों से बिहार आने वाले लोग तो महीनों पहले अपनी टिकट कन्फर्म कराने में लग जाते हैं. परंतु, छुट्टी नहीं मिलने या ट्रेनों की टिकट नहीं मिल पाने से कई बिहार वासी छठ में शामिल होने से वंचित रह जाते हैं. फ्लाइट का किराया भी इन दिनों आसमान छू रहा होता है. ऐसे में अपने घर नहीं पहुंचे लोगों के लिए राज्य से संचालित फेसबुक पेज ने देश के हर कोने में रहने वाले लोगों तक छठ प्रसाद पहुंचाने का जिम्मा लिया है. दरअसल, दूसरे राज्यों में रह रहे बिहार और पूर्वांचल के लोगों के घर छठ का महाप्रसाद डाक और कुरियर से भेजने का काम किया जायेगा. इसमें राज्य के युवाओं की सहभागिता है.

बिहारियों के इमोशन से जुड़ा है छठ

पेज के संचालक अंकित ने बताया कि टीम के साथ प्रसाद पहुंचाने की बीड़ा उठायी है. दरअसल, जब हम अपने घर में होते हैं तो पर्व न भी हो तो पड़ोस के लोगों से प्रसाद मिल जाता है. परंतु, बाहर रहने वाले लोग इसके इंतजार में ही रह जाते हैं. यही वजह है कि तीन वर्ष पहले हमने हर घर प्रसाद पहुंचाने का ठाना. क्योंकि, यह महापर्व हम बिहारियों के इमोशन से भी जुड़ा है. इसी मुहिम के तहत प्रसाद भेजने का कार्य शुरू किया गया. बता दें कि, पिछले साल छठ पर्व पेज द्वारा बिहार और पूर्वांचल से बाहर रह रहे 200 से अधिक लोगों का प्रसाद के लिए मैसेज आया था. जिसमें बिहार के लोग उत्तराखंड, गोवा, गुजरात, कर्नाटक, दादर हवेली, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, तमिलनाडु, अरुणाचल प्रदेश, पंजाब, दिल्ली सहित अन्य राज्यों में रह रहे थे. लोगों तक उनके पता पर डाक और कुरियर के माध्यम से प्रसाद भेजा गया था. इस बार लगभग 500 लोगों को प्रसाद बनाया जाएगा. इसके लिए सोशल मीडिया पर एक व्हाट्सएप नंबर 7739293222 जारी किया गया है. जिसपर लोग अपना पता भेज सकते हैं.

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अपने फौजी जवानों के बीच भी वितरण करूंगा

टीम के लोगों का कहना है कि सेना के जवान संतोष ने पता भेजते हुए लिखा है कि बिहार का रहने वाला हूं. भारत पाक-बॉर्डर पर तैनात हूं. छठ की बहुत याद आ रही है. प्रसाद आने पर इसे अपने फौजी जवानों के बीच भी वितरण करूंगा. साथ ही पेज पर बिहार के महान महापर्व छठ से जुड़े कई प्रसंग और जानकारियां शेयर की जाती है. पेज पर कई ऐसे वीडियो हैं, जिसको 10 लाख से ज्यादा लोगों ने देखा है. इस पेज पर कई लोकगायिका छठ गीत के साथ लाइव भी आती हैं. पेज पर देश के अलावा अमेरिका, इंग्लैंड, अफ्रीका, चीन, मस्कट, ओमन, जापान, दुबई, नेपाल, बांग्लादेश सहित कई देशों के लोगों जुड़े है. जहां से वह छठ पूजा का फोटो और वीडियो भी भेजते हैं. जिसमें अमित कुमार सचिन, नेहा नूपुर, सचिन कुमार, अनुपम राज, राहुल गुप्ता, रवीश कुमार, आकांक्षा वैभव शामिल हैं.

छठ को राष्ट्रीय दर्जा मिलने की मांग

पेज बनाने का मोटो छठ पर्व को बिहारियों से जोड़ने का है, जो बिहार से बाहर रहते है. उन्हें कई बार पर्व में आने का मौका नहीं मिलता है. इसलिए छठ पर्व को राष्ट्रीय पहचान दिलाना बहुत जरूरी है. इस बार छठ के दिन ही बिहार के कई छात्रों का एग्जाम है, जो छत को बहुत मिस कर रहे है. ऐसे में अगर राष्ट्रीय पर्व मैं छठ शामिल होता तो एग्जाम नहीं होता, जो बिहार से बाहर है और छठ मैं घर नहीं आ पाते उनको छठ पर्व से जुड़े रहना. छठ में बिहार के हर कोने-कोने से उसपर तस्वीर पोस्ट की जायेगी. बिहार के बाहर के लोग भी इस पेज से जुड़ रहे है. पेज के जरिये वैसे लोगों को बिहार के छठ की महत्ता भी बतायी जा रही है. इसकी झलक पेज पर भी दिख रही है. पेज के कमेंट बॉक्स में भी भाईचारे की बिहारीयत दिख रही है, लेकिन इस पर्व को राष्ट्रीय दर्जा मिलनी चाहिए.

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