चुनावी रणनीतिकार से नेता बने प्रशांत किशोर ने 2 अक्टूबर को पटना के वेटनरी ग्राउंड में जन सुराज अभियान को राजनीतिक दल में बदलने के दौरान कई ऐलान किए. इस दौरान उन्होंने सूबे में 2016 से जारी शराबबंदी को लेकर भी बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि अगर 2025 के विधानसभा चुनाव में राज्य में जन सुराज की सरकार आती है तो वह एक घंटे के अंदर शराबबंदी खत्म कर देंगे. इसके साथ ही इससे आने वाले राजस्व का पूरा उस्तेमाल शिक्षा के क्षेत्र में करेंगे.
मधुबनी के मनोज भारती बनें पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष
जन सुराज की स्थापना के दौरान ही प्रशांत किशोर ने मधुबनी के रहने वाले विदेश सेवा के पूर्व अधिकारी और पार्टी का पहला नेता और कार्यकारी अध्यक्ष घोषित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि जन सुराज पार्टी की सरकार नई शिक्षा नीति लेकर आएगी. जिसमें हर बच्चे के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की गारंटी होगी.
शराबबंदी से बिहार का हो रहा 20 हजार करोड़ का नुकसान
वेटनरी ग्राउंड में जनसभा को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने दावा किया कि बिहार को शराबबंदी से हर साल 20 हजार करोड़ रुपए का नुकसान हो रहा है. जबकि इस पैसे से शिक्षा और स्वास्थय के क्षेत्र में बड़ा काम किया जा सकता है. शराबबंदी खत्म होने से 20 वर्षों में 4 से 5 लाख करोड़ रुपए आ सकते हैं.
मंदिर, सड़क और बिजली तो मिला लेकिन बच्चों का क्या?
पीके के नाम से मशहूर चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने वहां मौजूद लोगों से पूछा कि मंदिर बन चुका, बिजली आ गई और सड़कें भी बन गईं पर बच्चों के लिए क्या हुआ? रोजगार का क्या हुआ? अब आप इसको लेकर वोट करें. अब तक इस पर वोट नहीं दिया गया, उन्होंने यह भी दावा किया कि आने वाले समय में वह बिहार को राजनीति की धुरी बना देंगे. पूरे देश की नजर बिहार पर ही होगी.