प्रशांत किशोर का एक दावा और साथ आ गई BJP, JDU और RJD, जानें किस बयान पर मचा है घमासान
Prashant Kishor: चुनावी रणनीतिकार से नेता बने प्रशांत किशोर के एक बयान से बिहार की राजनीति में घमासान मचा गया है. उनके एक बयान के खिलाफ बीजेपी, जेडीयू और राजद साथ खड़ी हो गई है.
Prashant Kishor: प्रशांत किशोर बिहार में अगले साल होने वाले वाले विधानसभा चुनाव से पहले यहाँ की जनता से रोज कुछ न कुछ वादा कर रहे हैं. बिहार से पलायन हो रहे युवा के लिए वो राजद, जदयू और बीजेपी को जिम्मेदार बताते हैं. बिहार की बदहाली के लिए वो यहाँ की तीनों प्रमुख पार्टियों पर निशाना साधते रहते है.पीके पहले ही विधानसभा चुनाव में यहाँ की सभी 243 सीटों पर उम्मीदवार उतारने का ऐलान कर चुके हैं. सरकार बनाने से पहले पीके बिहार के लोगों से बड़े बड़े वादे कर रहे हैं. उनके वादों ने यहाँ की पार्टियों की टेशन बढ़ा दी है. कुछ दिन पहले प्रशांत किशोर ने दावा किया था कि अगर बिहार में जन सुराज की सरकार बनती है तो हर हाल में पांच काम करेंगे. उन्होंने ने अपने वादे में कहा था, ‘बिहार में ही युवाओं के लिए 10-15 हजार के रोजी-रोजगार की गारंटी. 60 साल से ऊपर के हर महिला-पुरुष को 2000 रुपया प्रति माह पेंशन के रूप में दिया जाएगा. महिलाओं को सरकारी गारंटी पर व्यवसाय करने के लिए 4% के ब्याज पर पैसा. 15 साल तक के हर गरीब बच्चे के लिए मुफ्त शिक्षा की व्यवस्था. नकदी फसलों की खेती करने वाले किसानों के लिए मजदूरों की मुफ्त व्यवस्था.’
पीके बोले- किसी गठबंधन की कोई जरूरत नहीं होगी
प्रशांत किशोर ने कहा कि 2 अक्टूबर को जब पार्टी का गठन होगा तब राज्य के कम से कम एक करोड़ लोग इससे जुड़ेंगे. इस कारण चुनाव से पहले या बाद हमें किसी गठबंधन की कोई जरूरत नहीं रह जाएगी. किशोर ने कहा, “मैं यह स्पष्ट कर दूं कि जन सुराज सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, एक भी सीट कम नहीं.” बता दें कि बतौर रणनीतिकार पीके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बिहार के सीएम नीतीश कुमार समेत देश के कई बड़े नेताओं के साथ काम कर चुके हैं.
1 घंटे के भीतर शराब पर से हटेगा प्रतिबंध- पीके
प्रशांत किशोर ने दावा किया है कि अगर जन सुराज की सरकार बनती है तो वो 1 घंटे के भीतर शराबबंदी खत्म कर देंगे. प्रशांत किशोर ने शराबबंदी कानून को महज एक दिखावा करार दिया. मौजूदा शराबबंदी को अप्रभावी बताते हुए पीके ने कहा कि इस कानून के कारण राज्य के हर कोने में शराब की अवैध होम डिलीवरी हो रही है और बिहार को हजारों करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है.
BJP, JDU और RJD ने बोला हमला
पीके के शराबबंदी खत्म करने वाले बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए जेडीयू ने कहा, “प्रशांत किशोर पटना में बेली रोड पर एक हवेली में रहते हैं. उसके ठीक बगल में जेडी वीमेंस कॉलेज है. उसके आगे वीमेंस कॉलेज है. प्रशांत किशोर में हिम्मत है कि वहां लड़कियों के हुजूम के बीच आकर बोले दें कि हमारी सरकार बनी तो शराबबंदी हटाएंगे? छात्राएं उनका होश ठिकाने लगा देंगी.’
उनके इस बयान पर बीजेपी प्रवक्ता अरविन्द सिंह ने तंज कसते हुए कहा, ‘कौन हैं प्रशांत किशोर? नहीं जानते हम लोग. एक प्रशांत किशोर का नाम सुने हैं जिन्होंने ममता बनर्जी, कांग्रेस, आरजेडी को जिताने का टेंडर लिया था. राजनीतिक दलों को जिताने-हराने का टेंडर लेते हैं. जिस राजनीतिक दल का जन्म नहीं हुआ है उसके नेता बिहार बदलने की बात कर रहे हैं. यह मुंगेरीलाल के हसीन सपने हैं.’
पीके के बयान पर आरजेडी के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा, ‘प्रशांत किशोर कह रहे मदिरालय खोलेंगे, लोगों को वह शराब पिलाएगे. वह लोगों को शराबी बनाएंगे. आज तक प्रशांत किशोर वार्ड पार्षद तक का चुनाव नहीं लड़े हैं. यह सरकार बनाने का दिवास्वप्न देख रहे हैं. रोज अनाप-शनाप बयान देकर सुर्खियों में बने रहना चाहते हैं. जनता प्रशांत किशोर को खारिज करेगी तब उनको पता चल जाएगा कि जनता राजनीतिक रूप से कितनी जागरूक है. मदिरालय नहीं पुस्तकालय, विद्यालय, महाविद्यालय चाहिए.’