Prashant Kishore ने एक बार फिर से राज्य सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने इस बार राज्य में शराबबंदी पर सवाल उठाया है. देवगड़वा गांव के स्थानीय लोगों से संवाद कार्यक्रम में प्रशांत किशोर ने कहा कि सरकार ने बिहार जैसे गरीब राज्य में शराबबंदी लागू कर दिया, जिससे बिहार सरकार के रेवन्यू में हर साल 15-20 हजार करोड़ का नुकसान हो रहा है. जिसकी भरपाई करने हेतु उन्होंने डीजल-पेट्रोल के दामों में 9 रुपये बढ़ोतरी करके बढ़ा दिया. इसका सीधा असर बिहार के आम जनमानस पर पड़ रहा है. साथ ही, उन्होंने स्थानीय लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि नीतीश कुमार ने जो शराबंदी लागू की है वो धरातल पर विफल साबित हो रही है. शराब माफियों द्वारा शराब की भी होम डिलीवरी की जा रही है.
दो पंचायतों के आठ गांवों में किया संवाद
जन सुराज पदयात्रा के 35 वें दिन की शुरुआत सर्व धर्म प्रार्थना से हुई. इसके बाद प्रशांत किशोर ने स्थानीय लोगों, महिलाओं, युवाओं और पंचायती राज व्यवस्था से जुड़े जनप्रतिनिधियों से मुलाकात की और योगापट्टी की समस्याओं पर विस्तृत चर्चा की. साथ ही, उन्होंने सभी आगंतुकों को जन सुराज की सोच के बारे में बताते हुए कहा कि समाज को मथने निकले हैं, और पदयात्रा के माध्यम से सही लोगों को समाज से बाहर निकलकर उनको एक मंच पर लाएंगे. दोपहर के भोजन के बाद 3 बजे प्रशांत किशोर सैकड़ों पदयात्रियों के साथ चलना शुरू किया.
आज की प्रस्तावित 07 किमी की पदयात्रा के दौरान जन सुराज के पदयात्री 2 पंचायतों के 8 गांवों में गए और लोगों से जन सुराज की सोच पर संवाद किया. पदयात्रा आज बिशनपूरवा, मच्छरगांवा, हथिया, देवघरुआ, मिश्रौली,विश्रामपुर, और अंत में दरवालिया गांव से होते हुए रात्रि विश्राम के लिए मच्छरगांव स्थित पदयात्रा कैंप पहुंची.