जमुई में गर्भ में पल रहे बच्चे सहित महिला की हुई मौत, परिजनों ने डॉक्टर पर लगाया गंभीर आरोप, किया सड़क जाम
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, सिकंदरा में मंगलवार की रात प्रसव कराने आयी एक गर्भवती की मौत हो गयी. जिसके बाद परिजनों का गुस्सा फूट पड़ा. परिजनों ने चिकित्सक व नर्स पर लगाया लापरवाही का आरोप.
जमुई. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, सिकंदरा में मंगलवार की रात प्रसव कराने आयी एक गर्भवती की मौत हो गयी. साथ ही उसके गर्भ में पल रहे बच्चे की भी जान चली गयी. परिजनों का आरोप है कि महिला की मौत डॉक्टर व ड्यूटी पर तैनात नर्स की लापरवाही के कारण हुई है. बुधवार की सुबह परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया. वहीं शव के साथ सड़क जाम कर यातायात को अवरुद्ध कर दिया.
ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक थे गायब
महिला सिकंदरा नगर क्षेत्र निवासी चंदन महतो की पत्नी सरिता देवी (30) को मंगलवार की रात करीब 10:00 बजे प्रसव के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया था. सरिता देवी लगभग पांच घंटे तक प्रसव पीड़ा से कराहती रही, लेकिन चिकित्सक उसे देखने नहीं आये. ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक प्रेम कुमार ड्यूटी से गायब थे.
जीएनएम ने झूठ बोलकर ऐंठे रूपये
अस्पताल की जीएनएम मधु कुमारी व कुमारी रंजना ने बाहर से दवा लाने के नाम पर परिजनों से 500 रुपये भी ले लिये. लेकिन महिला की स्थिति लगातार बिगड़ती चली गयी. आखिरकार सुबह 3:30 बजे स्थिति गंभीर बताते हुए महिला को सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया. वहां पहुंचते ही चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया.
महिला समेत बच्चे की हुई मौत
स्थिति गंभीर होने के बाद महिला को रेफर किया गया जहां पहुंचते-पहुंचते उसकी मौत हो गई. वहीं गर्भ में पल रहे बच्चे की भी मौत हो गयी. परिजनों का आरोप है कि महिला की मौत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सिकंदरा में ही हो गयी थी. मौत के बाद उसे आनन-फानन में सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया. जमुई से वापस लौटने के बाद मृतक महिला के परिजनों ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचकर जमकर हंगामा किया.
परिजनों ने शव को सड़क पर रख किया जाम
इस दौरान घटना से आक्रोशित परिजन व स्थानीय लोगों ने अस्पताल गेट के पास शव को सड़क पर रखकर सिकंदरा-नवादा मुख्य मार्ग को जाम कर दिया. इसके बाद आक्रोशित लोगों ने सिकंदरा-जमुई मुख्य मार्ग को शिवनाथी पोखर के पास जाम कर दिया. जाम की सूचना पर मौके पर पहुंचे थानाध्यक्ष विजय कुमार ने आक्रोशित लोगों को समझा-बुझाकर सड़क जाम हटवाया.
अस्पताल के सिविल सर्जन ने क्या कहा
अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ कुमार महेंद्र प्रताप ने कहा कि चिकित्सकों की कमी के कारण आयुष चिकित्सक की ड्यूटी लगा दी जाती है. महिला की मौत खून की कमी को लेकर होना बताया गया है. हालांकि लापरवाह एएनएम के विरुद्ध कार्रवाई अवश्य की जायेगी.