बिहार की गर्भवती महिलाओं पर मंडरा रहा एनिमिया का खतरा, भागलपुर के अस्पतालों में नहीं मिल रही आयरन और फोलिक एसिड की गोलियां
जिले की गर्भवती महिलाओं को सरकारी अस्पतालों में आयरन व फोलिक एसिड की गोलियां नहीं मिल रही है. गर्भावस्था में आयरन व फोलिक एसिड की दवा बच्चे के संपूर्ण विकास के लिए आवश्यक माना जाता है.
गौतम वेदपाणि, भागलपुर. जिले की गर्भवती महिलाओं को सरकारी अस्पतालों में आयरन व फोलिक एसिड की गोलियां नहीं मिल रही है. गर्भावस्था में आयरन व फोलिक एसिड की दवा बच्चे के संपूर्ण विकास के लिए आवश्यक माना जाता है.
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत गर्भवती महिलाओं के बेहतर स्वास्थ्य के लिए सभी सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर यह दवा मुफ्त में दी जाती है. दवा नहीं मिलने से शहर के सदर अस्पताल समेत जिले के प्रखंडों में नियमित चेकअप के लिए आने वाली हजारों गर्भवती महिलाएं परेशान हो रही हैं.
सदर अस्पताल में चेकअप कराने पहुंची एक गर्भवती महिला के परिजन अशोक साह ने बताया कि चार माह से आयरन व फोलिक एसिड की दवा बाजार में खरीदना पड़ रही है. पैसे के अभाव में कई गर्भवती महिलाएं इस दवा से वंचित हैं.
गर्भवती महिलाओं को आयरन और कैल्शियम की दवाइयां डिलिवरी के बाद भी खानी पड़ती है. अब अस्पताल में आयरन की गोलियां नहीं होने से उनको बिना दवाइयों के ही लौटना पड़ रहा है.
गर्भ में पल रहे बच्चे का वजन कम होने का खतरा
सदर अस्पताल के एक डॉक्टर ने बताया कि आयरन की कमी से गर्भवती से लेकर सामान्य मरीजों के शरीर में खून की कमी हो जाती है. गर्भ में पल रहे बच्चे के स्वास्थ्य पर विपरीत असर पड़ता है.
प्रेग्नेंसी में आयरन की कमी से प्रीमैच्योर लेबर और शिशु का वजन कम होने की समस्या का खतरा बढ़ सकता है. गर्भावस्था में महिलाओं को आयरन की अधिक जरूरत होती है.
इससे रक्त की मात्रा बढ़ती है, जिससे प्रसव में आसानी होती है. आयरन की कमी से बच्चे के साथ-साथ प्रसूता महिलाओं का वजन तेजी से घटने लगता है.
प्रसव में शरीर में खून की कमी से जच्चा और बच्चा की जान पर खतरा बना रहता है. डॉक्टरों ने कहा कि अगर सरकारी अस्पताल में आयरन की दवा नहीं मिल रही है, तो मेडिकल हॉल से खरीद कर महिलाओं को जरूर खिलाएं.
हरे पत्तेदार सब्जी व केले का करें सेवन
गर्भावस्था में शरीर सामान्य से 50 फीसदी ज्यादा खून बनाता है. इसके लिए शरीर को ज्यादा हीमोग्लोबिन की जरूरत होती है, जिसे अधिक आयरन से पूरा किया जाता है. कई महिलाओं को गर्भावस्था से पहले ही आयरन की कमी होती है.
आयरन की कमी से थकान महसूस हो सकती है, इसलिए प्रेग्नेंसी में अतिरिक्त आयरन की जरूरत होती है. आयरन की कमी दूर करने के लिए खाना को लोहे की कढ़ाई में बनाएं. हरे पत्तेदार सब्जी, संतरा, केला समेत मांस व मछली का सेवन करें.
सिविल सर्जन के डॉ विजय कुमार सिंह ने कहा कि बिहार मेडिकल सविर्सेज एंड इंफ्रास्ट्रक्चर कार्पोरेशन लिमिटेड(बीएमएसआइसी) से राज्य के सरकारी अस्पतालों में आयरन व फोलिक एसिड की दवा की आपूर्ति नहीं की जा रही है.
राज्य मुख्यालय से प्राइवेट स्तर पर दवा की खरीदारी के लिए अलॉटमेंट मिलने वाला है. इस राशि से दवा की खरीदारी कर वितरण शुरू कराया जायेगा.
Posted by Ashish Jha