पटना. राज्य में प्रति व्यक्ति दवा मद में 13 रुपये सालाना का बजट है. राज्य के सरकारी अस्पतालों में इलाज के लिए पहुंचनेवाले मरीजों को 2006 से ही मुफ्त दवा दी जा रही है.
स्वास्थ्य विभाग द्वारा जून, 2019 में एक संकल्प के द्वारा प्रति व्यक्ति 50 रुपये दवा पर खर्च करने की बात की गयी है.
संकल्प में कहा गया है कि 50 रुपये प्रति व्यक्ति दवा की राशि बढ़ाने पर 600 करोड़ बजट में प्रावधान करना होगा. स्वास्थ्य विभाग द्वारा वित्तीय वर्ष 2021-22 के नये बजट की कवायद शुरू हो गयी है.
यह माना जा रहा है कि नये बजट में 13 रुपये प्रति व्यक्ति से बढ़ाकर 17-18 रुपये किया जा सकता है. इससे रोगियों के पॉकेट का बोझ कम हो सकता है.
राज्य में सरकार द्वारा मरीजों को मुफ्त दवाओं के वितरण का कार्यक्रम की शुरुआत की गयी थी. इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा इलाज के दौरान मरीजों को दी जानेवाली जीवन रक्षक दवाओं की सूची में कुल 310 प्रकार की दवाओं को शामिल किया गया है.
अभी तक इन दवाओं में सरकार द्वारा कुल 218 प्रकार की दवाओं की दर निर्धारित की जा चुकी है.
अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, प्राथमिक केंद्र से लेकर जिला अस्पतालों में आनेवाले मरीजों को 33 प्रकार की दवाएं मुफ्त दी जाती हैं, तो इन अस्पतालों में भर्ती होनेवाले मरीजों के इलाज के लिए 112 प्रकार की दवाएं देने का प्रावधान किया गया है.
इसी प्रकार से मेडिकल कॉलेज अस्पतालों के ओपीडी में 65 प्रकार की ,जबकि भर्ती मरीजों के इलाज के लिए 120 प्रकार की मुफ्त दवाएं देने का प्रावधान किया गया है.
Posted by Ashish Jha