किसानों को राहत देने के लिए डीजल अनुदान को लेकर की जा रही तैयारियां, प्रखंडों से जुटाया जा रहा आंकड़ा

किसानों को डीजल अनुदान के लिए प्रखंडो से आंकड़ा जुटाया जा रहा है. सूखे की स्थिति को लेकर प्रत्येक प्रखंडों में कृषि समन्वयकों से रिपोर्ट मांगी गयी है. दूसरी ओर कृषि विभाग में भी किसान पहुंच कर अनुदान के बारे में पूछताछ कर रहे हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 25, 2022 12:11 PM

मुजफ्फरपुर में बारिश के बाद जिले में धान रोपनी की स्थिति में थोड़ा सुधार जरूर हुआ है. हालांकि अभी भी बिचड़ा खराब होने और खेतों में पानी नहीं टिकने के कारण कई प्रखंडों में धान रोपनी नहीं हो सकी है. जहां धान की रोपनी हुई है, वहां भी खेतों में दरार आने लगी है. ऐसे में आकस्मिक फसल योजना व डीजल अनुदान को लेकर जिला कृषि विभाग की ओर से तैयारी शुरू कर दी गयी है.

जुटाया जा रहा आंकड़ा

किसानों को राहत प्रदान करने के लिए प्रखंडो से आंकड़ा जुटाया जा रहा है. सूखे की स्थिति को लेकर प्रत्येक प्रखंडों में कृषि समन्वयकों से रिपोर्ट मांगी गयी है. दूसरी ओर कृषि विभाग में भी किसान पहुंच कर अनुदान के बारे में पूछताछ कर रहे हैं. विभागीय स्तर पर भी इस संदर्भ में गाइड लाइन जारी हुआ है. बता दें कि सूखा को लेकर जिले की स्थिति ठीक नहीं है. बारिश होने के बाद विलंब से किसान धान की रोपनी कर रहे हैं.

28 जुलाई तक अच्‍छी बारिश की संभावना

बता दें कि आईएमडी की ओर से जारी ताजा अलर्ट में 28 जुलाई तक अच्‍छी बारिश होने की संभावना जताई गई है. मौसम विज्ञानियों का कहना है कि 26, 27 और 28 जुलाई 2022 तक प्रदेश में अच्‍छी बारिश होने की संभावना जताई गई है. बता दें कि मौसम विभाग ने इससे पहले भी बिहार में अच्‍छी बारिश होने की संभावना जताई थी. पिछले कुछ दिनों से बिहार के विभिन्‍न हिस्‍सों में कहीं तेज तो कहीं मध्‍यम दर्जे की बारिश रिकॉर्ड की गई. इससे किसानों को मामूली सी राहत मिली है.

मौसम विभाग ने जारी किया है सोमवार की अर्लट

मौसम विभाग ने अलर्ट सोमवार की देर रात ग्यारह बजे तक के लिए जारी किया है. यानी इस अवधि के दौरान प्रदेश के विभिन्‍न जिलों में मूसलाधार भी बारिश हो सकती है. विभाग की ओर से जारी ताजा अलर्ट अगर सही साबित हुई तो यह खबर किसानों और आमलोगों राहत भरी हो सकती है. बता दें कि बीते कुछ सप्‍ताह से बिहार में बारिश की कमी दर्ज की गई थी. अच्‍छी बारिश नहीं होने के कारण खेतीबारी का काम बुरी तरह से प्रभावित हुआ है. IMD के अलर्ट के बाद मौसम में परिवर्त न आने की पूरजोर संभावना है

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