बिहार में पंचायत चुनाव की तैयारी शुरू, 700 से अधिक वोटर पर होगा एक सहायक बूथ
पिछले पंचायत आम चुनाव 2016 में जनवरी में ही बूथों का प्रारूप प्रकाशित किया गया था.
पटना : प्रदेश में अगले साल अप्रैल में होने वाले पंचायत चुनावों की तैयारी शुरू हो गयी है. कोरोना महामारी के दौर में भी पंचायत चुनाव में बूथों का गठन मानकों के अनुसार किया जायेगा. पंचायत चुनाव में एक बूथ पर सात सौ से अधिक मतदाता होने पर नये सहायक बूथ का गठन किया जायेगा.
पंचायत आम निर्वाचन के लिए राज्य में एक लाख 19 हजार 24 बूथ गठित किये गये हैं. चुनाव के पहले आयोग द्वारा बूथों के पुनर्गठन का प्रस्ताव जिलों से मांगा जायेगा. पिछले पंचायत आम चुनाव 2016 में जनवरी में ही बूथों का प्रारूप प्रकाशित किया गया था.
राज्य में पंचायत चुनाव मार्च-अप्रैल 2021 में कराये जाने हैं. 2016 के पंचायत आम चुनाव राज्य के 38 जिलों में कुल 10 चरणों में कराये गये थे. पंचायत चुनाव में एक मतदाता को एक साथ छह प्रतिनिधियों का चुनाव करना होता है.
अगर इवीएम से मतदान कराया जायेगा, तो यह बैलेट पेपर के चुनाव से कम समय में पारदर्शी तरीके से संपन्न हो जायेगा.
पंचायत चुनाव में जिन पदों के लिए चुनाव कराया जाता है उसमें 8386 मुखिया, 8386 सरपंच, एक लाख 14 हजार वार्ड सदस्य, एक लाख 14 हजार पंच, राज्य की 534 पंचायत समितियों के लिए 11497 पंचायत समिति के सदस्य और 38 जिलों में 1161 जिला पर्षद सदस्यों का चुनाव कराया जाना है.
राज्य में एक लाख 14 हजार वार्ड हैं. ऐसे में हर वार्ड में एक बूथ के साथ ही वैसे वार्डों में जहां पर 700 से अधिक मतदाता होंगे वहां पर सहायक बूथों का गठन किया जायेगा.
Posted by Ashish Jha