गया. इस वर्ष नौ से 25 सितंबर तक होने वाली अंतरराष्ट्रीय पितृपक्ष मेले की प्रशासनिक तैयारी शुरू हो गयी है. समाहरणालय के सभागार में पितृपक्ष मेले की तैयारी को लेकर जिले के पदाधिकारियों व श्री विष्णुपद मंदिर प्रबंधकारिणी समिति के प्रतिनिधियों के साथ जिला पदाधिकारी डॉ त्यागराजन ने बैठक आयोजित की. डीएम ने कहा कि बीते दो वर्षों से कोरोना के कारण पितृपक्ष मेले का आयोजन नहीं हो रहा था. दो वर्ष के बाद इस मेले के आयोजित होने से इस बार पिंडदानियों के काफी संख्या में आने की उम्मीद है.
बैठक में नगर निगम के नगर आयुक्त, बिजली विभाग के पदाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी व अन्य विभागों के पदाधिकारी उपस्थित थे. बैठक में आवासन, लाइट, सफाई, नाले के खुले ढक्कन की मरम्मत, जर्जर नली, गली व सड़क की मरम्मत, सुरक्षा की समुचित व्यवस्था सहित अन्य सभी तरह की बुनियादी सुविधाओं व जरूरतों पर डीएम डॉ त्यागराजन बारी-बारी से संबंधित विभाग से जुड़े पदाधिकारियों से जानकारी ली. साथ ही बेहतर सुधार की दिशा में काम करने का निर्देश भी दिया.
बैठक में मौजूद पदाधिकारियों को विष्णुपद मेला क्षेत्र को नो प्लास्टिक जोन घोषित रखने का निर्देश दिया. साथ ही साफ सफाई व्यवस्था पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि मेला क्षेत्र सहित पूरे शहर की सफाई व्यवस्था को दुरुस्त रखने के लिए कहा. डूडा व आरसीडी के कार्यपालक अभियंता को समन्वय बनाकर गंगा जल आपूर्ति के लिए बिछाये जा रहे पाइप लाइन में टूटी सड़कों को तेजी से रिस्टोर करने का भी निर्देश दिया.
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जिला परिवहन पदाधिकारी, यातायात पुलिस उपाधीक्षक व सदर अनुमंडल पदाधिकारी को आपस में समन्वय स्थापित कर यातायात व्यवस्था को सुचारू रखने के लिए एक ब्लूप्रिंट तैयार करने का भी निर्देश दिया है. पितृपक्ष मेले में देश-विदेश से आने वाले पिंडदानियों को समुचित बुनियादी सुविधाएं सुनिश्चित कराने के उद्देश्य से डीएम डॉ त्यागराजन ने 16 कोषांगों का गठन किया है.