चोरों की नजर से अब देवी-देवता भी नहीं बच पा रहे हैं. दरअसल, मुंगेर शहर के लालदरवाजा दुर्गा मंदिर के पुजारी सह सेवक नीतेश कुमार उर्फ पिंटा ने दो लाख रुपये के जेवरात की जहां चोरी कर उसे स्वर्णकार के यहां बेच दिया. वहीं मंदिर में चढ़ने वाले चढ़ावा का भी लगातार चोरी कर रहा था. मामला खुलने के बाद दुर्गा मंदिर कमेटी की ओर से कोतवाली थाना में लिखित शिकायत किया गया. पुलिस ने जहां पुजारी को गिरफ्तार कर लिया. वहीं मां दुर्गा के चोरी गये जेवरात को खरीदने वाले ज्वेलर्स को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है.
पुजारी के पास ही था माता का गहना और दान का पैसा
बताया जाता है कि रविवार की सुबह पुजारी सह सेवक नीतेश कुमार ने मंदिर कमेटी के लेखापाल राजेश कुमार को जानकारी दिया कि बक्सा से मां दुर्गा के जेवरात की चोरी हो गई है. जिसके बाद लेखापाल, मंदिर समिति के सचिव सहित मुहल्ले के लोग मंदिर पहुंचे. समिति सदस्यों की सूचना पर कोतवाली थाना पुलिस भी वहां पहुंची. जहां मंदिर के अंदर बक्सा में रखा मां दुर्गा का जेवरात मांग टीका, नथ, करधनी, सहित अन्य छोटा-छोटा सोना व चांदी का जेवरात जिसका मूल्य लगभग दो लाख था गायब पाया गया. जबकि चढ़ावा का पैसा भी गायब था.
न दरवाजा टूटा न ताला फिर चोरी हुई कैसे?
मुहल्ले वालों ने बताया कि जब मंदिर और जेवरात के बक्सा की चाभी पुजारी के पास ही रहता था तो चोरी कैसे हुई. न किबाड़ टूटा और न ही बक्सा का ताला टूटा. यह कैसी चोरी है. जब समिति सदस्य व मोहल्ले वालों ने पुजारी से सख्ती से पूछताछ की तो उसने खुद चोरी की बात कबूल कर लिया. जिसके बाद पुलिस ने पुजारी को हिरासत में लेकर थाना लाया. पुजारी ने जहां जेवरात बेचा था, उसके बारे में भी जानकारी दी. जिसके बाद पुलिस ने एक ज्वेलर्स को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की.
मामले की जांच जारी-पुलिस
कोतवाली थानाध्यक्ष राजीव तिवारी ने पुजारी ने बताया कि उसने बेकापुर के प्रदीप पोद्दार नामक ज्वेलर्स के यहां जेवरात बेचा है. पुलिस ज्वेलर्स प्रदीप पोद्दार को लाकर पूछताछ कर रही है. हालांकि ज्वेलर्स ने पुजारी से चोरी का जेवरात खरीदने से इंकार कर दिया है. थानाध्यक्ष ने बताया कि मंदिर के समीप पुजारी द्वारा छिपाकर रखे गए छोटे-छोटे जेवर बरामद कर पंडित नीतेश कुमार को जेल भेज दिया गया है, जबकि ज्वेलर्स प्रदीप पोद्दार से फिलहाल पूछताछ कर अनुसंधान किया जा रहा है.