Bihar News: वाराणसी में विश्व टीबी सम्मेलन का आयोजन किया गया. इसमें बिहार के पांच जिलों को टीबी उन्मूलन में बेहतर प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया. आपको बता दें कि बिहार के मुजफ्फरपुर एवं समस्तीपुर जिले को गोल्ड मेडल, सीवान जिले को सिल्वर तथा सारण व पूर्णिया जिले को ब्रॉन्ज मेडल से सम्मानित किया गया है. इस कार्यक्रम में उपस्थित राज्य यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ बीके मिश्रा ने प्रधानमंत्री से मेडल लिया. वहीं इस कार्यक्रम के अंतर्गत केंद्रीय यक्ष्मा प्रभाग दिल्ली की ओर से बिहार में सब नेशनल सर्टिफिकेशन के तहत सीवान सहित 12 जिलों को ब्रॉन्ज मेडल के लिए नामित किया गया था.
गौरतलब है कि मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर एवं सीवान जिले का टीबी उन्मूलन के क्षेत्र में ब्रॉन्ज मेडल के लिए नामित किया गया था. वहीं उम्मीद से अधिक प्रदर्शन रहने के कारण मुजफ्फरपुर एवं समस्तीपुर को गोल्ड एवं सीवान जिले को सिल्वर मेडल प्राप्त हुआ. भारत सरकार के अनुसार 2015 की तुलना में मरीजों का इंसीडेंस रेट 60 प्रतिशत कम होने पर गोल्ड मेडल, 40 प्रतिशत कम होने पर सिल्वर मेडल और 20 प्रतिशत कम होने पर ब्रॉन्ज मेडल निर्धारित था. मालूम हो कि राष्ट्रीय यक्ष्मा उन्मूलन कार्यक्रम अन्तर्गत केंद्रीय यक्ष्मा प्रभाग दिल्ली द्वारा बिहार में सब नेशनल सर्टिफिकेशन के तहत सीवान सहित 12 जिलों को ब्रॉन्ज मेडल के लिए नामित किया गया था. सभी नामित 12 जिलों के 10 प्रखंडों के 10 गांवों में राज्य के पदाधिकारियों के निर्देशन में टीबी मरीजों का सर्वे किया गया.
राज्य के पदाधिकारियों के निर्देशन में टीबी मरीजों का सर्वे किया गया. मुजफ्फरपुर एवं समस्तीपुर जिले में 2015 से अब तक इंसीडेंस रेट में 60 प्रतिशत, सीवान में 40 प्रतिशत तथा सारण एवं पूर्णिया में 20% टीबी मरीजों में कमी आयी. वहीं 10 जनवरी से लेकर 30 जनवरी, 2023 तक चले सर्वे कार्यक्रम में कम से कम 10 हजार हाउस होल्ड का सर्वे करना था. बता दें कि गोल्ड मेडल प्राप्त करने वाले जिले को पांच लाख व स्टेट को 75 लाख रुपये मिलेंगे. साथ ही सिल्वर मेडल प्राप्त करने वाले जिले को तीन लाख व स्टेट को 50 लाख और ब्रॉन्ज मेडल प्राप्त करने वाले जिले को दो लाख व स्टेट को 25 लाख रुपये मौद्रिक पुरस्कार के रूप में दिए जाएंगे.
Published By: Sakshi Shiva