पटना के मिलर हाइस्कूल के नौवीं के छात्र समीर कुमार का बक्सर जेल से फरार सजायाफ्ता अपराधी ने बुधवार की सुबह अपहरण कर लिया. इसकी जानकारी मिलते ही तत्काल एसएसपी राजीव मिश्रा ने सिटी एसपी वैभव शर्मा के नेतृत्व में चार टीमें बनायीं. इसके बाद डीएसपी विधि-व्यवस्था नुरुल हक के नेतृत्व में टीमें छापेमारी करने लगीं. पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए अपहृत छात्र समीर कुमार को तीन घंटे के भीतर सकुशल बरामद कर लिया. साथ ही जेल से फरार सजायाफ्ता समेत चार अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.
अपहरण में इस्तेमाल की गयी बाइक को पुलिस ने बरामद लिया है. इस कांड में कुल छह अपराधी शामिल थे, जिनमें दो अब भी फरार हैं. मामले में पुलिस ने वैशाली के राघोपुर के रहने वाले मुख्य अपहर्ता धरम कुमार उर्फ रजनीश यादव व अनिल कुमार, नालंदा के एकंगरसराय का शंभु कुमार और जहानाबाद के राहुल कुमार को गिरफ्तार किया है. प्रेस कॉन्फ्रेंस में सिटी एसपी सेंट्रल वैभव शर्मा ने बताया कि टीम को पुरस्कृत किया जायेगा.
मिली जानकारी के अनुसार मुख्य आरोपित धरम अपने चाचा और बहन की हत्या में सजायफ्ता है. वह साल 2021 में बक्सर जेल से फरार हो गया था, जिसके बाद वह समीर के मुहल्ले में भी रहने लगा. इस दौरान धरम की दोस्ती समीर के पिता रंजीत उर्फ अठन्नी से दोस्ती हुई और वह उनके काम करने लगा. पूछताछ में पता चला कि धरम ने अठन्नी के अलावा अनिल से भी 30 हजार रुपये कर्ज लिया था. अनिल पैसा देने का दबाव बना रहा था. इधर धरम ने पटना में ही किराना दुकान खोलने की प्लानिंग की. इसके बाद इस रकम के लिए उसने अनिल के साथ मिलकर अठन्नी के बेटे के अपहरण की साजिश रची.
सिटी एसपी ने बताया कि धरम और अनिल दोनों बाइक से समीर के स्कूल पहुंचे. धरम ने समीर से कहा कि तुम्हारे पिता की तबीयत खराब है. जल्दी चलो. इसके बाद धरम ने समीर को जक्कनपुर में राहुल और शंभु के कमरे पर रख दिया. राहुल और शंभू इ-रिक्शा चलाते हैं. दोनों बच्चे की रखवाली कर रहे थे. इधर धरम और अनिल फोन ऑफ कर बख्तियारपुर की तरफ निकल गये. रास्ते से धरम ने अठन्नी को फोन कर छह लाख की फिरौती मांगी और फिर फोन ऑफ कर लिया.
समीर को बंधक बना रखने के कुछ देर बाद शंभु व राहुल स्मैक का सेवन करने लगे. कुछ ही देर में स्मैक के नशे में धुत्त होकर दोनों सो गये. इस बीच समीर ने धीरेसे कमरा खोलकर भाग गया. वह हांफते हुए घर पहुंचा. उधर पुलिस नं बख्तियारपुर में छापेमारी कर धरम और अनिल को गिरफ्तार कर लिया.
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धरम बार-बार रंजीत उर्फ अठन्नी से फिरौती मांग रहा था. फोरलेन पर बख्तियारपुर के आसपास जब पुलिस पहुंची, तब मोबाइल ऑन हुआ और लोकेशन घोसवरी आने लगा. इस बार धरम ने अठन्नी से कहा कि तुम 3.30 लाख ही लेकर किसी को पटना जंक्शन भेजो. इधर बख्तियारपुर थानेदार सुनील सिंह, कोतवाली थानेदार संजीत कुमार, राजीव नगर थानेदार नीरज कुमार की टीम घोसवरी में लोकेशन की तरफ बढ़ रही थी. वहीं पुलिस की एक टीम तीन लाख रुपये लेकर पटना जंक्शन पहुंची हुई थी. तभी घोसवरी में एक बगीचा के बीच पुलिस को बाइक दिखी, जहां दो लोग बात कर रहे थे. पुलिस घेराबंदी कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया.