पटना. आइजीआइएमएस सहित राज्य के सभी 10 मेडिकल कॉलेज व अस्पतालों में अगले पांच सालों के लिए तीन माह के भीतर क्रायोजेनिक मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट लगा दिया जायेगा. साथ ही सूबे के सभी प्राइवेट अस्पतालों को भी ऑक्सीजन प्लांट लगाने का निर्देश दिया गया है.
राज्य सरकार के पास 1794 डी टाइप तथा 17594 बी टाइप ऑक्सीजन सिलिंडर है. 10 मोबाइल लैब से आरटीपीसीआर जांच होगी. राज्य सरकार ने पांच मोबाइल लैब की खरीद का आदेश दिया है. इसमें से तीन मिल गया है. बिल गेट्स फाउंडेशन भी पांच मोबाइल लैब देगा.
सूबे के 15 जिलों में 20 आरटीपीसीआर लैब काम कर रही हैं. इस माह के अंत तक 10 जिलों में आरटीपीसीआर लैब काम करना शुरू कर देगा. यह सारी जानकारी स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव ने हलफनामा दायर कर कोर्ट को दी है.
बिहटा स्थित इएसआइसी अस्पताल के नोडल अधिकारी ने भी हलफनामा दायर कर कोर्ट को बताया कि राज्य सरकार के नोडल अधिकारी के सहयोग से 217 बेड वाले अस्पताल में किसी चीज की कमी नहीं है.
अस्पताल में भर्ती मरीजों को बेहतर इलाज की सुविधा दी जा रही है. मरीज के हालचाल की जानकारी देने की पूरी व्यवस्था है. साथ ही मरीज के परिजन को प्रत्येक दिन ग्यारह बजे से बारह बजे के बीच आर्मी मेडिकल अधिकारी की ओर से परामर्श दिया जाता हैं.
Posted by Ashish Jha