सारण जिले के दिघवारा क्षेत्र में मांगलिक आयोजनों की धूम है और दिघवारा नगर पंचायत के 18 वार्डों में वैवाहिक आयोजन चरम पर है. हर जगह लोग मस्ती व आनंद के मूड में देखे जा रहे हैं. इन वैवाहिक आयोजनों के बीच यह बात देखने को मिल रही है कि जिन घरों में वैवाहिक आयोजन होने हैं उन घरों में नगर पंचायत के आसन्न चुनाव में किस्मत आजमाने वाले प्रत्याशियों का लंबे समय तक जमावड़ा दिखता है. ऐसे प्रत्याशी वोटर व उनके परिचितों व रिश्तेदारों की सेवा करने को लेकर सदैव तत्पर नजर आते हैं. प्रत्याशियों के इस सहयोगात्मक व्यवहार की चहुंओर चर्चा सुनने को मिल रही है. ऐसा लग रहा है जैसे भावी प्रत्याशियों द्वारा वोटरों का मन जीतने की हरसंभव कोशिश की जा रही है. लिहाजा हल्दी कलश से लेकर बेटी की विदाई तक व वर वधू के रिसेप्शन समारोह तक ऐसे प्रत्याशियों की सक्रियता देखने को मिल रही है. नगर पंचायत के आसन्न चुनाव के भावी प्रत्याशियों द्वारा वोटरों के दिल जीतने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है.
नगर क्षेत्र में हर जगह हर दिन दर्जनों शादियां हो रही है और इन आयोजनों में भावी प्रत्याशियों द्वारा वर व कन्या पक्ष के लोगों को हरसंभव सहयोग दिया जा रहा है. जिन लोगों की पत्नियों को चुनावी किस्मत आजमाना है वैसी पत्नियों के पति को भी दिल जीतने के अभियान में लगा देखा जा रहा है. देर रात तक ऐसे प्रत्याशी अपने अपने वार्ड के वोटरों के घरों के वैवाहिक आयोजनों में मोर्चा संभालते हुए देखा जा रहा है. कोई बराती जाकर, तो कोई बरात के दिन लंबी अवधि तक ठहरकर वोटरों के दिलों में अपना स्थान बनाने की कोशिश में जुटे दिखते हैं.अखंड अष्टयाम से लेकर हल्दी कलश, घृतढारी मटकोर, बरात आगमन, बरात प्रस्थान, विदाई व रिसेप्शन आदि कार्यक्रमों में भावी प्रत्याशियों की उपस्थिति ने जुबानी चर्चा को तेज कर दिया है. हालांकि भावी प्रत्याशी इसे सामान्य बात बताते हैं मगर उपस्थिति के पीछे वोटरों के दिल जीतने जैसी सोच होने से नकारा नहीं जा सकता है.
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नगर क्षेत्र में होने वाले चुनाव की तिथि अब तक घोषित नहीं हुई है और इसके अगस्त तक होने की संभावना है. लिहाजा भावी प्रत्याशी वैवाहिक आयोजन वाले घरों के लोगों को हरसंभव सहयोग देने का कोई मौका नहीं चूकना चाह रहे हैं. देर रात तक अपनी उपस्थिति दर्ज करवाने वाले भावी प्रत्याशियों के रात्रि में लंबे समय तक जगे रहने के कारण उनलोगों के स्वास्थ्य पर भी इसका प्रतिकूल असर पड़ रहा है. प्रत्याशियों को अनपच, अनिंद्रा, सिरदर्द, सर्दी, खांसी, बुखार व जुकाम आदि की स्थिति से भी जूझना पड़ रहा है मगर वोटरों का दिल जीतने के लिए ऐसे कष्ट सहने को भी भावी प्रत्याशी तैयार हैं. सबों का कहना है कि जनता का मूड जीतने पर भी नगर पंचायत या फिर वार्ड में निर्धारित पदों पर ताजपोशी संभव है. उधर भावी प्रत्याशियों के स्वभाव में अचानक हुए बदलाव को भी जनता समझ रही है.