पटना. कुढ़नी विधानसभा क्षेत्र में महागठबंधन की हार के बाद जदयू में इसको लेकर समीक्षा शुरू हो गयी है. शिक्षामंत्री विजय चौधरी ने जहां हार को अप्रत्याशित बताते हुए मंथन करने की बात कही है, वहीं जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने पार्टी को आईना दिखाने का काम किया है. उपेंद्र कुशवाहा ने कहा है कि कुढ़नी के परिणाम से हमें बहुत कुछ सीखने की ज़रूरत है. पहली सीख, जनता हमारे हिसाब से नहीं चलेगी, बल्कि हमें जनता के हिसाब से चलना पड़ेगा.
कुशवाहा ने यह बात ट्विट कर कहीं हैं. इसमें नीतीश कुमार का नाम तो नहीं लिया गया है, लेकिन उनकी नीतियों को लेकर सवाल जरूर उठाया है. दरअसल उपेंद्र कुशवाहा ने पहले ही कहा था कि शराबबंदी के कारण नुकसान हो रहा है. जदयू की राज्य पर्षद की बैठक में ही उन्होंने खुले मंच से नीतीश कुमार को नसीहत दी थी कि वे अकेले में कार्यकर्ताओं से मिलकर सरकार और पार्टी के बारे में उनकी राय जानें. अब उपेंद्र कुशवाहा अगर ये कह रहे है जनता हमारे हिसाब से नहीं चलेगी, बल्कि हमें जनता के हिसाब से चलना पड़ेगा, तो जाहिर तौर पर ये बात पार्टी की नीतियों को लेकर ही कही गयी है.
कुशवाहा अकेले नहीं है जिन्होंने पार्टी की हार के लिए नीतियों को जिम्मेदार बताया है. पार्टी के कई और नेता इस बात से सहमत दिख रहे हैं कि पार्टी को अपनी नीतियों पर विचार करना चाहिए. पार्टी के प्रदेश सचिव राजीव रंजन पटेल ने कहा कि कुढ़नी में पार्टी की नीति सही नहीं थी. पार्टी का उम्मीदवार ही गलत था. उम्मीदवार के खिलाफ लोगों में गहरी नाराजगी थी. ऊपर से लोगों में पुलिस और अफसरशाही के प्रति नाराजगी भी देखने को मिली है. कुछ लोगों का यह भी कहना है कि राजद के वोट जदयू उम्मीदवार को ट्रांस्फर नहीं हो रहे हैं.