पटना. राजद नेता और बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने कहा है कि लोकतंत्र में मालिक जनता है. महागठबंधन के नेता के रूप में उपेंद्र कुशवाहा द्वारा अस्वीकार किये जाने के सवाल पर तेजस्वी यादव ने कहा कि अब उनकी क्या राय है, वो बोलते रहे, हमें पता है कि जनता मालिक है. और जनता हमारे साथ है, जनता जो चाहे वही होगा. तेजस्वी ने कहा कि हमारा उपेंद्र कुशवाहा से कोई बैर नही हैं. कुशवाहा हमारे साथ आये थे तो हमने उनका सम्मान किया था. तेजस्वी यादव ने कहा कि पूर्णिया में महागठबंधन के सातों दलों के साथ हम लोग 25 फरवरी को जनसभा करने जा रहे हैं. हमारी लड़ाई नेतृत्व पाने के लिए नहीं बल्कि देश में नेतृत्व बदलने के लिए है.
अमित शाह के 25 फरवरी को चंपारण दौरे को लेकर तेजस्वी यादव ने कहा कि किसी को कोई रोक-टोक नहीं है. कोई भी कहीं भी आ जा सकता है. जनसभा कर सकता है. वो पूर्णिया के रंगभूमि मैदान में भी जनसभा करने आये थे, उसी वक्त हमने मुख्यमंत्री जी के साथ मिलकर यह तय कर लिया था कि हम लोग भी पूर्णिया के रंगभूमि मैदान से अपनी रैली की शुरुआत करेंगे. 25 फरवरी को वहां महागठबंधन की रैली होने वाली है. हर पार्टी को यह हक है कि वो अपनी बात जनता के बीच रखे. हम लोग रैली में अपनी बात को लोगों के पास रखेंगे. हम लोग जनता को यह बताने का काम करेंगे कि केंद्र सरकार क्षेत्रीय दलों को खत्म करने की विचार में है. वो लोग धर्म के नाम पर खेल करना चाहते हैं. तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार के साथ केंद्र सरकार सौतेला व्यवहार करती है. इस बार के बजट में भी बिहार को कुछ भी नहीं मिला है.
तेजस्वी यादव ने दावा किया कि भाजपा बिहार में हार से डरी हुई है. पार्टी के अंदर एक इंटरनल सर्वे का हवाला देते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि उस रिपोर्ट में 40 लोकसभा सीटों में 37 लोकसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी हारती हुई दिख रही है. केवल 3 सीटें हैं, जहां कड़ा मुकाबला होगा. तेजस्वी यादव ने कहा कि 2020 के विधानसभा चुनाव में हम लोग बस 12000 वोटों से पीछे रह गये थे. अब तो जेडीयू और जीतन राम मांझी की पार्टी भी हमारे साथ है. तो सोचिए कि भाजपा के पास बूथ वर्कर कहां से बचेंगे. उपमुख्यमंत्री ने कहा अगर अभी पार्लियामेंट का चुनाव हो जाये तो यह तस्वीरें पूरी तरह साफ हो जायेगी.