सीतामढ़ी: पिछले चार दिनों से बाजपट्टी प्रखंड के पटदौरा गांव के लोग तेंदुआ के आने से दहशत में हैं. आलम यह है कि तेंदुआ के डर से लोग खेतों व सरेह तक में जाने से कतरा रहे हैं. हालांकि वाल्मीकि टाइगर रिजर्व(बीटीआर) के विशेषज्ञ अधिकारी ने तेंदुआ का नहीं, बल्कि जंगली बिल्ली का पगमार्क होने की पुष्टि किया है. जानकारी के अनुसार, वन विभाग की रेस्क्यू टीम बुधवार को भी इलाके में अपनी सक्रियता कायम रखी. इस दौरान खेतों के भ्रमण में कहीं तेंदुआ का पगमार्क नहीं मिला है.
![सीतामढ़ी: तेंदुआ का नहीं, जंगली बिल्ली का निकला पगमार्क, वीटीआर ने की पुष्टि 1 पगमार्क](https://www.prabhatkhabar.com/wp-content/uploads/2025/02/Prayagraj-65-1024x683.jpg)
अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील
वन विभाग के अधिकारियों ने ग्रामीणों से किसी प्रकार के अफवाहों पर ध्यान न देकर सतर्क रहने की बात कही है. वन क्षेत्र पदाधिकारी श्रवण कुमार सोरेन ने बताया कि तेंदुआ का नहीं, जंगली बिल्ली का पगमार्क पाया गया है. वन विभाग के अधिकारियों व कर्मियों की पूरी नजर है. किसान बेखौफ होकर खेतों व सरेह की तरफ जा सकते हैं. किसी प्रकार की सूचना मोबाइल नंबर 9162688529 पर दे सकते हैं. पिछले वर्ष भी बाघ और तेंदुआ की चहलकदमी की अफवाह उठी थी, जो जांच में गलत साबित हुई.
लोगों ने किया था तेंदुआ दिखने का दावा
मालूम हो कि बीते नौ फरवरी की रात्रि करीब 9.00 बजे कुछ लोगों के द्वारा बाजपट्टी प्रखंड के विशनपुर से पटदौरा जाने वाले रास्ते में तेंदुआ देखने की बात कही थी. इसके बाद गांव-टोला में लोग दहशत में आ गये. प्रत्यक्षदर्शी बृजेंद्र कुमार वकील ने कहा था कि वह तेंदुआ जैसा ही जानवर था. इतना ही नहीं खुद को प्रत्यक्षदर्शी बताते वाले इंद्रजीत कुमार एवं संजीत कुमार ने बताया कि तेंदुआ ने एक घोड़परास को जख्मी कर दिया है. हालांकि जख्मी घोड़परास भी वन विभाग की टीम को कहीं नहीं मिला. इससे पूर्व छह जनवरी 2023 को रीगा प्रखंड के रामनगरा गांव में बाघ के हमले में दो महिलाओं के जख्मी होने की खबर मिली थी. इसके बाद बाघ का पगमार्क भी पाया गया था. हालांकि तमाम कोशिशों के बाद भी बाघ का कहीं पता नहीं चला.