अयोध्या के बाद अब विकसित होगा सीता जन्म स्थली मिथिला का पुनौराधाम, बिहार पर्यटन निगम ने जारी किया टेंडर
माता सीता की जन्म स्थली सीतामढ़ी जिला के पुनौराधाम को विकसित करने की योजना है. राज्य पर्यटन निगम ने इसके लिए टेंडर निकाला है. टेंडर की पूरी प्रक्रिया दिसंबर के अंत तक पूरी हो जायेगी. वहीं, योजना पूरा करने की अवधि 24 महीने निर्धारित की गयी है.
पटना. माता सीता की जन्म स्थली सीतामढ़ी जिला के पुनौराधाम को विकसित करने की योजना है. राज्य पर्यटन निगम ने इसके लिए टेंडर निकाला है. टेंडर की पूरी प्रक्रिया दिसंबर के अंत तक पूरी हो जायेगी. वहीं, योजना पूरा करने की अवधि 24 महीने निर्धारित की गयी है. पुनौराधाम विकास योजना के तहत कई तरह की पर्यटकीय सुविधाएं विकसित की जायेंगी. इसमें मुख्य रूप से कोलोनेड, 3-डी एनिमेशन शो, वास्तुशिल्प, पार्किंग, मंडप, आंतरिक सड़कें, वाटिका का जीर्णोद्धार, कैफेटेरिया, जानकी महोत्सव क्षेत्र का विकास, चिल्ड्रेन प्ले एरिया, लव-कुश वाटिका, पाथ-वे, भित्ति चित्र/कला/मूर्तिकला और अन्य कलात्मक कार्य, स्थलीय विकास और थिमेटिक गेट इत्यादि बनाये जायेंगे.
सभी तरह की जरूरी सुविधाएं होंगी मौजूद
पुनौरा धाम विकास योजना पर 67.39 करोड़ खर्च होना है. इसका कार्यान्वयन बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम की ओर से किया जा रहा है. राज्य सरकार मां जानकी के प्राकट्य स्थल पुनौराधाम को पर्यटन के अंतरराष्ट्रीय मानचित्र पर स्थापित करने का प्रयास कर रही है. यहां सभी तरह की जरूरी सुविधाओं का विकास होगा. इसके बाद यह जन्म स्थली धार्मिक पर्यटन का एक प्रमुख केंद्र बनकर उभरेगा. पूरे देश-दुनिया से भी यहां श्रद्धालु पहुंचेंगे.
बिहार कैबिनेट ने पहले ही योजना को दे दी थी मंजूरी
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में पिछले दिनों ही कैबिनेट की बैठक में सीतामढ़ी के पुनौरा धाम में मां सीता के जन्मस्थान के विकास के लिए 72 करोड़ रुपए के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी. सीता मंदिर के विकास के लिए सरकारी योजना की मंजूरी से जिले में हर्ष है. लोगों को कहना है कि पुनौरा धाम में सुविधाओं के विकास एवं सौंदर्यीकरण से यह क्षेत्र धार्मिक पर्यटन का एक प्रमुख केंद्र बनेगा. इससे क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे. यूपी के अयोध्या में रामलला के जन्मस्थान पर भव्य मंदिर बन रहा है जिसका जनवरी में उद्घाटन होना है. वैसे बिहार पर्यटन निगम इस काम को दो साल में पूरा करेगा.
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योजना पूरी होने पर रोजगार के बढ़ेंगे अवसर
सरकार की ओर से भी पुनौरा धाम के विकास में स्थानीय स्तर पर रोजगार पैदा करने की बात कही गयी है. योजना के अनुसार 72.47 करोड़ की राशि से पुनौरा धाम को विश्वस्तरीय सुविधा से लैश और सुसज्जि त किया जाएगा. इसके तहत कॉलम युक्त कोलोनेड परिक्रमा पथ का निर्माण, सीता वाटिका, लव-कुश वाटिका, जानकी महोत्सव क्षेत्र का विकास किया जाएगा. मंदिर परिसर में सुदंर वास्तुशिल्प से सुस्सजित दीवारें होंगी. मंडप व आंतरिक सड़क का निर्माण किया जाएगा. मंदिर में आनेवाले स्थानीय व बाहरी श्रद्धालुओं के वाहनों लगाने के लिए अत्याधुनिक पार्किंग की भी व्यवस्था की जाएगी. इसके अलावा पर्यटकों की सुविधा के लिए आवासन, खान-पान आदि की भी व्यवस्था की जाएगी.
थ्रीडी एनिमेशन शो का भी होगा निर्माण
मंदिर परिसर में मां सीता पर आधारित थ्रीडी एनिमेशन शो का भी निर्माण किया जाएगा. इसके साथ ही डिस्प्लेकियोस्क व पाथ वे भी बनाया जाएगा. बच्चों के लिए अलग सेप्लेएरिया डेवलप किया जाएगा. जिससे बच्चें खेल-खेल में मां सीता के संबंध में जानकारी प्राप्त करें. वहीं पूरे मंदिर परिसर में बेहतर भित्त चित्र, कला, मूर्तिकला एवं अन्य कलात्मक कार्य किए जाएंगे. जिससे कि पर्यटक आकर्षित हो. इन कलाओं के माध्यम से मां सीता के जीवन की भी जानकारी होगी. साथ ही लैंडस्केपिंग व थिमेटिक गेट भी बनाएं जाएंगे. इन योजना को आगामी दो साल में पूर्ण करने की संभावना जतायी गयी है.
ज्ञान व अध्यात्म की धरती है मिथिला
इस संबंध में जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा ने कहा कि मिथिला ज्ञान एवं अध्यात्म की गौरव भूमि रही है. माता सीता जी की जन्मस्थली होने की वजह से यह भूभाग और भी महत्वपूर्णहो जाता है. धार्मिक गाथाओं में भगवती सीता को सौभाग्य की देवी और माता लक्ष्मी का अवतार भी कहा गया है. शक्ति, सेवा, संयम, सद्भाव एवं समर्पण से परिपूर्ण माता सीता का जीवन संपूर्णनारी सशक्तिकरण का प्रतीक और संपूर्णमानव जाति के लिए प्रेरणा का स्रोत है. उन्होंने इसके लिए मुख्यमंत्री को आभार जताया. उन्होंने बताया कि इसका कार्यान्वयन बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम द्वारा किया जायेगा. योजना को आगामी 24 माह में पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है.उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार मां जानकी के प्राकट्य स्थल पुनौरा धाम को पर्यटन के अंतरराष्ट्रीय मानचित्र पर स्थापित करने के प्रयास कर रही है.