बिहार में गाड़ियों की खरीद में पूर्णिया के लोग सबसे आगे, भागलपुर रह गया पीछे, देखें आपने जिले की स्थिति

वाहनों की खरीद-बिक्री में बिहार के अन्य जिलों की अपेक्षा कोसी, सीमांचल व पूर्वी बिहार में पूर्णिया को छोड़ अन्य कोई भी जिला टॉप फाइव जिलों में शामिल नहीं हो सका है. यह स्थिति सिर्फ वर्ष 2022 की नहीं है, बल्कि वर्ष 2019 से लेकर अब तक इन इलाकों के जिले टॉपर की भूमिका नहीं निभा सका.

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 19, 2023 3:07 AM

संजीव कुमार झा, भागलपुर

वाहनों की खरीद-बिक्री में बिहार के अन्य जिलों की अपेक्षा कोसी, सीमांचल व पूर्वी बिहार में पूर्णिया को छोड़ अन्य कोई भी जिला टॉप फाइव जिलों में शामिल नहीं हो सका है. यह स्थिति सिर्फ वर्ष 2022 की नहीं है, बल्कि वर्ष 2019 से लेकर अब तक इन इलाकों के जिले टॉपर की भूमिका नहीं निभा सका. इसका असर न सिर्फ सरकार के खजाने पर पड़ा, बल्कि जिले की बढ़ती-घटती गति को भी यह आंकड़ा दर्शा गया. भारत सरकार के मिनिस्ट्री ऑफ रोड, ट्रांसपोर्ट एंड हाइवेज के आंकड़े से इस बात का खुलासा हुआ है कि बिहार के टॉप फाइव जिले में पिछले पांच साल में जिन जिलों ने जगह बनायी, उसे हटा कर दूसरा कोई भी जिला उसे काबिज नहीं कर सका. स्थिति यह है कि रजिस्ट्रेशन में पटना, मुजफ्फरपुर, गया, पूर्णिया व मोतिहारी, ट्रांजेक्शन में पटना, मुजफ्फरपुर, पूर्णिया, सिवान व दरभंगा, रेवेन्यू में पटना, मुजफ्फरपुर, पूर्णिया, गया व दरभंगा और परमिट में पटना, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, पूर्णिया व गया अपनी जगह पर कायम है.

पूर्णिया चारों पहलुओं पर कायम रखी है दावेदारी

वाहन की खरीद-बिक्री और इससे जुड़े अन्य मामले में मिनिस्ट्री ऑफ रोड, ट्रांसपोर्ट एंड हाइवेज चार पहलुओं पर राज्य के टॉप फाइव जिलों को शामिल करता है. इनमें रजिस्ट्रेशन, ट्रांजेक्शन, रेवेन्यू व परमिट शामिल हैं. सिर्फ पूर्णिया की बात करें, तो रजिस्ट्रेशन में चौथे, ट्रांजेक्शन में तीसरे, रेवेन्यू में तीसरे और परमिट में चाैथे स्थान पर पिछले पांच साल से खुद को स्थापित किये हुए है.

भागलपुर को सड़कों ने भी दिया है दगा

भागलपुर जिले की बात करें, तो यहां वाहनों की खरीद-बिक्री में अपेक्षाकृत कमी की वजह सड़कें भी हैं. भागलपुर जिला के सीमावर्ती राज्य में झारखंड शामिल हैं. यहां जानेवाली सड़कों का हाल खराब है. खासकर एनएच-80 पिछले डेढ़ दशक से उखड़ी हुई है और इस सड़क से परिवहन का संकट बरकरार है. भागलपुर-हंसडीहा मार्ग भी नियमित रूप से मरम्मत की मांग करता है.

पूर्णिया में 3.20 लाख मोटरसाइकिल रजिस्टर्ड

18 जनवरी तक के आंकड़े देखें, तो भागलपुर में अब तक 326783, जबकि पूर्णिया में अब तक 494068 वाहन रजिस्टर्ड हैं. भागलपुर में 887 मैक्सी कैब, 6477 मोटर कैब, 1110 बस, 88 एंबुलेंस, 8813 कॉमर्सियल ट्रेलर, 9433 इ-रिक्शा पैसेंजर, 2935 थ्री व्हीलर गुड्स, 172 मोटरसाइकिल विद साइड कार, 213 मोपेड, 23449 मोटर कार, 1688 एग्रीकल्चर ट्रैक्टर, 221557 मोटरसाइकिलें हैं. वहीं पूर्णिया में थ्री व्हीलर (गुड्स) 7187, 31776 ट्रैक्टर कॉमर्सियल, 79 मैक्सी कैब, 79 मैक्सी कैब, 7940 मोटर कैब, 1724 बस, 22 एंबुलेंस, 25 ओमनी बस, 37 कार्ट के साथ इ-रिक्शा, 3849 इ-रिक्शा पैसेंजर, 38669 थ्री व्हीलर पैसेंजर, 991 मोटरसाइकिल विद साइड कार, 1889 मोपेड, 42323 मोटर कार, 3000 एग्रीकल्चर ट्रैक्टर, 320285 मोटरसाइकिलें हैं.

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