पूर्णिया की बेटी शालिनी का खेलो इंडिया में हुआ चयन
पूर्णिया : कोरोना महामारी के बीच खुशखबरी है कि जिले की बेटी शालिनी कुमारी का चयन खेलो इंडिया के लिए हुआ है. राष्ट्रीय खेल दिवस के दिन यह खुशखबरी प्राप्त हुआ. विपरीत परिस्थिति में शालिनी ने खुद को खड़ा साबित की है.
पूर्णिया : कोरोना महामारी के बीच खुशखबरी है कि जिले की बेटी शालिनी कुमारी का चयन खेलो इंडिया के लिए हुआ है. राष्ट्रीय खेल दिवस के दिन यह खुशखबरी प्राप्त हुआ. विपरीत परिस्थिति में शालिनी ने खुद को खड़ा साबित की है. जिले में शालिनी साइकिल चला राज्य का प्रतिनिधित्व कर चुकी है. शहर के शारदानगर के निवासी दिनेश सिंह की पुत्री है.
खेलो इंडिया के लिए चयनित शालिनी पांच वर्षों तक रांची के खेल गांव में रहकर साइकिलिंग का प्रशिक्षण पूरा करेंगी. शालिनी की मेहनत और लगन उन्हें साइकिलिंग में नेशनल से लेकर ओलंपिक तक के स्वर्णिम सफर में ले जायेगा. साइकिलिंग में देश के लिए गोल्ड मेडल लेकर आना शालिनी का सपना है.
शालिनी के पिता दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि शालिनी को 6 माह पूर्व साइकिलिंग एसोसिएशन की ओर से प्रशिक्षण का ऑफर आया. इसके बाद वे सालिनी का सपना तो सच करना चाहते थे. लेकिन उनकी माली हालत ऐसी नहीं थी कि वे उन्हें उस तरह के अच्छी साइकिल दिला सकें. लिहाजा, खुद साइकिलिंग एसोसिएशन ने मदद को हाथ बढ़ाया.
एसोसिएशन ने निशुल्क प्रशिक्षण दिया है. वहीं मां शालिनी की सफलता पर बेहद खुश नजर आ रहीं हैं. उनकी आंखों से खुशी के आंसू छलक पड़ते हैं. खेलो इंडिया में चयन के बाद शालिनी को 10 हजार रुपये की स्कॉलरशिप मिलेगी. शालिनी की इस कामयाबी से उनके परिजनों के साथ-साथ पड़ोसी भी बेहद खुश नजर आ रहे हैं.
वहीं जिला साइकिलिंग एसोसिएशन इसे जिले के लिए सबसे बड़ा दिन बताया है. एसोसिएशन के अध्यक्ष नंदकिशोर सिंह नंदू कहते हैं कि आज उनका सपना पूरा हुआ है. उन्होंने बताया की खेलो इंडिया में शालिनी का चयन होने से पूर्णिया के लिए गर्व की बात है.
आज शालिनी की मेहनत रंग लाया है. शालिनी के शानदार कामयाबी से उनकी बाकी 4 बहनों को भी काफी हौसला मिला है. शालिनी की बड़ी बहन तान्या भी हरियाणा में नेशनल एथेलेटिक्स तक का सफर तय कर चुकी हैं. आगे उनकी रणनीति बहन की तरह नेशनल एथेलेटिक्स में अपना परचम लहराने का होगा.
posted by ashish jha