पूर्णिया मेडिकल कॉलेज में इसी सत्र से होगी पढ़ाई, 2024 तक बिहार को छह नये मेडिकल कॉलेजों की सौगात

स्वास्थ्य विभाग ने सूबे में 11 नव प्रस्तावित मेडिकल कॉलेज अस्पतालों के भवनों के निर्माण और एमबीबीएस में नामांकन को लेकर लक्ष्य निर्धारित कर दिया है. विभाग द्वारा आगामी तीन सालों में 2024 तक छह नये मेडिकल कॉलेजों का अस्तित्व जमीन पर दिखने लगेगा.

By Prabhat Khabar News Desk | August 7, 2021 7:01 AM

पटना. स्वास्थ्य विभाग ने सूबे में 11 नव प्रस्तावित मेडिकल कॉलेज अस्पतालों के भवनों के निर्माण और एमबीबीएस में नामांकन को लेकर लक्ष्य निर्धारित कर दिया है. विभाग द्वारा आगामी तीन सालों में 2024 तक छह नये मेडिकल कॉलेजों का अस्तित्व जमीन पर दिखने लगेगा. इसमें इस सत्र में ही राजकीय मेडिकल कॉलेज अस्पताल, पूर्णिया में एमबीबीएस में दाखिले की तैयारी शुरू हो गयी है.

पूर्णिया में 346.28 करोड़ की लागत से 500 बेडों का राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है. शैक्षणिक सत्र 2021-22 से इसमें 100 एमबीबीएस के विद्यार्थियों के नामांकन शुरू करने का प्रस्ताव है. नये मेडिकल कॉलेजों की स्थापना से स्वास्थ्य सेवाओं में विस्तार और अधिक संख्या में चिकित्सकों को प्रशिक्षित कर उनकी संख्या में वृद्धि की जायेगी.

500 बेड के अस्पताल का निर्माण कार्य जारी

विभाग द्वारा छपरा में 376.27 करोड़ की लागत से 500 बेडों का राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल के अलावा समस्तीपुर जिले के सरायरंजन प्रखंड में 591.77 करोड़ की लागत से श्रीराम -जानकी चिकित्सा महाविद्यालय में 500 बेड के अस्पताल का निर्माण कार्य जारी है.

इन दोनों नये मेडिकल कॉलेज अस्पतालों काे वर्ष 2022 में पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है. इसके अलावा नव प्रस्तावित मेडिकल कॉलेजों में मधुबनी जिले के झंझारपुर में 515.00 करोड़ की लागत से राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय 500 बेडों का अस्पताल और सीतामढ़ी जिले में 541.40 करोड़ की लागत से राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय व 500 बेडों के चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल का निर्माण कार्य जारी है.

इन दोनों जिलों में निर्मित होनेवाले मेडिकल कॉलेज अस्पतालों के निर्माण का लक्ष्य वर्ष 2023 तक पूर्ण करने का है. इसके साथ ही वैशाली जिले के महुआ में 526.40 करोड़ की लागत से 500 बेडयुक्त चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल का निर्माण कार्य जारी है. इसे फरवरी 2024 तक पूर्ण करने का लक्ष्य है.

अगले तीन सालों में निर्मित होनेवाले छह मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में तीन हजार मरीजों को भर्ती कर इलाज की सुविधा के साथ ही 600 एमबीबीएस के विद्यार्थियों के नामांकन का रास्ता भी साफ हो जायेगा. इसके अलावा राज्य में सीवान जिले के मैरवा में 568 करोड़ की लागत से 500 बेडों के चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल का शिलान्यास किया जा चुका है.

साथ ही राज्य के तीन जिलों में चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल के निर्माण का टेंडर की प्रक्रिया पूरी होनेवाली है. इनमें बेगूसराय, जमुई एवं बक्सर में नये मेडिकल कॉलेज अस्पताल खोले जाने हैं. साथ ही भोजपुर जिले के आरा शहर में 500 बेडों का चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल का टेंडर प्रक्रियाधीन है. इन 11 नये मेडिकल कॉलेज अस्पतालों के निर्माण होने के बाद एमबीबीएस की 1100 सीटों के साथ ही 5500 मरीजों को भर्ती कर इलाज करने की सुविधा उपलब्ध हो जायेगी.

समय- सीमा

  • पूर्णिया मेडिकल कॉलेज अस्पताल- सत्र 2021-22 में एमबीबीएस में नामांकन

  • सारण व समस्तीपुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल का निर्माण- वर्ष 2022

  • मधुबनी और सीतामढ़ी में मेडिकल कॉलेज अस्पताल का निर्माण- वर्ष 2023

  • वैशाली के महुआ में नये मेडिकल कॉलेज अस्पताल का निर्माण – वर्ष 2024

  • सीवान जिला – शिलान्यास हो चुका

  • बेगूसराय, जमुई व बक्सर- टेंडर की प्रक्रिया पूरी

  • भोजपुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल- टेंडर की प्रक्रिया अंतिम चरण में

चिकित्सकों की कमी को भी दूर किया जायेगा

स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि सरकार ने राज्य में मेडिकल कॉलेज अस्पतालों की संख्या बढ़ाने के लिए पूरी तैयारी कर ली है. विभाग द्वारा हर मेडिकल कॉलेज के निर्माण का लक्ष्य निर्धारित कर दिया है. इससे राज्य के हर क्षेत्र में नये मेडिकल कॉलेज अस्पताल होने से मरीजों को सुपर स्पेशियलिटी की सेवा मिलेगी और चिकित्सकों की कमी को भी दूर किया जायेगा.

Posted by Ashish Jha

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