राजद नेत्री सह पूर्व विधायक बीमा भारती के पटना स्थित आवास पर पुलिस ने दबिश डाली है. पूर्णिया पुलिस मंगलवार को बीमा भारती के आवास पर पहुंची. मिली जानकारी के अनुसार, एक मामले में बयान दर्ज कराने के लिए पुलिस राजधानी पटना के सचिवालय थाना क्षेत्र में बीमा भारती के आवास पर पहुंची. वहीं आवास में बिना सूचना दिए पुलिस के घुसने पर बीमा भारती भड़क गयीं और उन्होंने इस तरह बिना महिला पुलिसकर्मी को साथ लिए सरकारी आवास में घुसने का विरोध किया. हालांकि पुलिस खाली हाथ वापस लौटी. सामने आयी वीडियो से ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि पुलिस बीमा भारती के बेटे को खोज रही थी और थाना पर भेज देने की बात कहकर वापस लौट गयी.
पुलिस से उलझीं बीमा भारती, कार्रवाई का विरोध किया
बीमा भारती एकबार फिर सुर्खियों में है. दरअसल, बुधवार को पूर्णिया जिले की पुलिस उनके पटना स्थित आवास पर पहुंच गयी. पुलिस की टीम बीमा भारती के आवास में प्रवेश कर गयी तो इसे लेकर राजद नेत्री सह पूर्व विधायक भड़क गयीं. उन्होंने इस कार्रवाई का विरोध किया और एक महिला के घर में बिना महिला पुलिस के पहुंचने का विरोध जताया. बता दें कि बड़ी संख्या में पुलिसबल यहां पहुंची थी. पूर्णिया के कई थाने की गाड़ियों में सवार होकर ये पुलिसकर्मी पूर्व विधायक के आवास पर पहुंचे थे. पूर्णिया के मीरगंज और रघुवंशनगर थाना की गाड़ी भी मौके पर मौजूद दिखी.
बेटे को थाना भेज देने की बात कहकर लौट गयी पुलिस
बीमा भारती ने पुलिस के सामने नाराजगी जाहिर की और कहा कि वो थाना जाएगा तो जांच किजिएगा. किसी को मारपीट कर उसके बेटे का नाम आप नहीं उगला सकते. पुलिस ने बेटे को बुलाने का आग्रह किया तो बीमा भारती ने मना कर दिया. जिसके बाद पुलिस की टीम यह कहकर लौट गयी कि आप उसे थाना भेज दिजिएगा. जवाब में बीमा भारती ने कहा कि वो भवानीपुर थाना चला जाएगा जहां का मामला है.
बयान दर्ज कराने पहुंची थी पुलिस, बोले दारोगा
हालांकि इस कार्रवाई को लेकर पुलिस की टीम कुछ भी बताने से परहेज करती रही. पुलिस टीम में शामिल एक दारोगा ने मीडिया से बताया कि किसी तरह की गिरफ्तारी के लिए पुलिस नहीं आयी है. केवल बयान दर्ज कराने के लिए आयी है. लेकिन किस मामले में किस व्यक्ति से बयान पुलिस को चाहिए, वो मीडिया को बताने से परहेज करते रहे.
बीमा भारती उपचुनाव में उम्मीदवारी की कर रहीं तैयारी
बता दें कि बीमा भारती पूर्णिया के रूपौली से जदयू की टिकट पर चुनाव जीतकर विधायक बनी थीं. जदयू से इस्तीफा देकर उन्होंने राजद का दामन थामा है और पूर्णिया से हाल में ही लोकसभा चुनाव भी उन्होंने आरजेडी प्रत्याशी बनकर लड़ा. जिसमें करारी हार मिलने के बाद अब बीमा भारती रूपौली विधानसभा उपचुनाव में उम्मीदवारी को लेकर ताल ठोक रही हैं. इस बीच इस कार्रवाई ने फिर एकबार उनकी चिंता बढ़ा दी हैं.