शबीना ने कहा था, मिट जाऊंगी, निकाह कुबूल नहीं
छह बच्चों की मां से एकतरफा प्यार में एक सनकी प्रेमी ने उसकी हत्या कर दी. वह कोर्ट में हाजिर होकर आ रही थी. पूर्णिया : एक ओर एकतरफा प्यार का जुनून था, तो दूसरी तरफ अपने पति के साथ निकाह के मौके पर किये गये कुबूलनामा के साथ-साथ छह बच्चों की परवरिश और पूरे […]
छह बच्चों की मां से एकतरफा प्यार में एक सनकी प्रेमी ने उसकी हत्या कर दी. वह कोर्ट में हाजिर होकर आ रही थी.
पूर्णिया : एक ओर एकतरफा प्यार का जुनून था, तो दूसरी तरफ अपने पति के साथ निकाह के मौके पर किये गये कुबूलनामा के साथ-साथ छह बच्चों की परवरिश और पूरे परिवार को साथ लेकर चलने की जिद्द की वजह से शबीना को अपनी जिंदगी हारनी पड़ी. यह एकतरफा प्यार के पागलपन की इंतहा थी कि प्रेमी के जब इजहार-ए-इश्क को प्रेमिका ने कुबूल नहीं किया तो अंतत: उसकी गला दबा कर हत्या कर दी गयी.
अपने प्यार को पाने के लिए पागल प्रेमी ने कई जतन किये.
यहां तक कि प्रेमिका को अपहृत कर उसके बच्चों की हत्या की धमकी देकर किशनगंज कोर्ट में निकाह भी रचाया था. बाद में वापस लौट कर प्रेमिका ने मुकदमा दर्ज कराया. बावजूद पागल प्रेमी मो ताहिर अपने इश्क को मुकाम तक पहुंचाने की जिद्द पर अड़ा रहा और अंतत: जब अपने नापाक मंसूबे में विफल रहा तो शनिवार को न्यायालय से लौट रही प्रेमिका की हत्या कर दी.
मुकदमे के सिलसिले में न्यायालय गयी थी मृतका : मृतका की पुत्री रिजवाना खातून ने बताया कि शनिवार को कोर्ट की तारीख थी. कोर्ट जाने से पूर्व ताहिर ने शबीना के घर पहुंच कर मुकदमा वापस लेने के लिए दबाव बनाया था. ऐसा नहीं करने पर उसकी हत्या की चेतावनी दी गयी थी. उस समय शबीना ने एक बार फिर ताहिर के इजहार-ए-इश्क को नकारते हुए कहा था कि वह उसका पीछा करना छोड़ दे. क्योंकि वह छह बच्चों की मां है और कभी भी उसके साथ रहना उसे मंजूर नहीं होगा. जाते-जाते ताहिर ने अंजाम भुगतने की चेतावनी दी. जवाब में फिर शबीना ने कहा था कि ‘ … मैं मिट जाउंगी, लेकिन तुम्हारे नापाक रिश्ते को नहीं करूंगी कुबूल ‘ .
छह माह से पीछा कर रहा था ताहिर : बताया जाता है कि मृतका छह बच्चों की मां थी, जिसमें दो लड़की व चार लड़के हैं. भाई-बहनों में रिजवाना खातून सबसे बड़ी है. मृतका का पति सगीर खां दिहाड़ी मजदूर है और मानसिक रूप से सुस्त है. जानकार बताते हैं कि शबीना खातून से आरोपित मो ताहिर का एकतरफा प्यार था और विगत छह माह से उसका पीछा कर रहा था. ताहिर उसपर शादी के लिए अक्सर दबाव डालता रहता था. ग्रामीणों के अनुसार शबीना हमेशा ताहिर के प्रस्ताव को नकारती रही. वह बार-बार ताहिर से यही कहती रहती थी कि वह उसका पीछा छोड़ दे, क्योंकि वह अपने बच्चों को छोड़ कभी भी उसके साथ नहीं रह सकती है.