पूर्णियाः बुधवार को पूर्णिया शहर की सभी सड़कों का रुख पूर्णिया कॉलेज प्रांगण की ओर सुबह से हो चला था. शहर के युवा बुद्धिजीवी से लेकर दलगत तौर पर उम्मीदवारों से जुड़े लोगों की भीड़ कॉलेज परिसर के आसपास जमा होने लगा था. संशय और जीत-हार के गणना के साथ सैकड़ों चेहरों पर हंसी और मुस्कान का आना-जाना जारी था. सबको एमएलसी चुनाव के रिजल्ट को लेकर इंतजार का हर पल बेचैन कर रहा था.
दरअसल यह स्थिति कोसी स्नातक निर्वाचन के विगत 23 मार्च को हुए मतदान के गिनती और रिजल्ट क ो लेकर था. कॉलेज वोट के बाहर टेंट, कनात और बिछावन लिए प्रत्याशी समर्थक और दलीय प्रत्याशियों के नेता कार्यकर्ता डेरा जमाये हुए थे. सभी अपनी-अपनी डफली और राग के साथ अपनी जीत का समीकरण समझने और समझाने में लगे थे.
हालांकि प्रशासन की सख्त व्यवस्था और लगातार मॉनिटरिंग के आगे सब बेबस था, परंतु रिजल्ट को लेकर पल-पल बढ़ती बेचैनी में सभी विवश थे. सुबह करीब आठ बजे से गणना प्रारंभ हुई और शुभचिंतकों की भीड़ कॉलेज के तरफ जुटने लगी. जैसे-जैसे दिन चढ़ता रहा वैलेट की संख्या घटती रही और समर्थकों की बेचैनी बढ़ती रही. दोपहर के बाद प्रथम चरण के गिनती का रिजल्ट जैसे बाहर आया कौतूहल बढ़ी. इस दौरान प्रमंडलीय आयुक्त और अधिकारियों की गाड़ी अंदर-बाहर दौड़ती रही. दूसरे चरण की गणना शुरू हुई और प्रथम चरण में आगे रहे प्रत्याशी समर्थकों ने जीत पक्की मान खुशियों का इजहार शुरू कर दिया. इस दौरान सबकी सांसें थमी रही और संशय के कुछ को करिश्मा तो कुछ लोगों को अपने समीकरण को सत्य साबित होने की उम्मीदें बंधी रही. प्रथम चरण के गिनती में भाजपा उम्मीदवार को बढ़त मिल चुकी थी.