पूर्णिया : नगर निगम क्षेत्र में कई लोग फुटपाथ पर दुकान चला कर अपना परिवार चलाते हैं. विक्रेताओं को नगर निगम द्वारा कोई जगह सुनिश्चित नहीं होने से काफी दिनों से विवाद चल रहा था. मामला सर्वोच्च न्यायालय तक पहुंच गया. आखिरकार जीत फुटपाथी दुकानदारों की हुई. सर्वोच्च न्यायालय ने फुटपाथी दुकानदारों को दुकान के लिए जगह मुहैया कराने एवं परिचय पत्र देने का आदेश दिया. सरकार हरकत में आयी और दुकानदारों का सर्वे करना शुरू कर दिया.
आखिरकार फुटपाथी दुकानदारों के भी अच्छे दिन आ ही गये. सर्वोच्च न्यायालय के आदेशानुसार नगर विकास एवं आवास विभाग द्वारा दीनदयाल अंत्योदय राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन अंतर्गत कौशल प्रशिक्षण एवं नियोजन के माध्यम से पूरे प्रदेश में चयनित दुकानदारों को शनिवार को एक ही समय में सभी नगर निगम में परिचय पत्र वितरण किया गया. पूर्णिया नगर निगम सभा कक्ष में चयनित वेंडरों में प्रथम दिन 52 दुकानदारों को महापौर विभा कुमारी एवं उप महापौर संतोष कुमार यादव ने परिचय पत्र वितरित किया.
इस अवसर पर महापौर विभा कुमारी ने लाभुक सभी वेंडरों को शुभकामना देते हुए कहा कि जल्द ही लाभुकों को जगह सुनिश्चित कर आवंटन कर दिया जायेगा. इस बीच अपने स्थान पर अनुशासन में रह कर दुकान चलाने की अपील की. साथ ही उन्होंने यातायात बाधित नहीं करके दुकानें चलाने की सलाह दी. कार्यक्रम में जदयू के वरिष्ठ नेता जितेंद्र यादव, फुटपाथी दुकानदार संघ के अध्यक्ष राजकुमार गुप्ता, उपाध्यक्ष संजय चौधरी, पंकज चौधरी, मनोहर साह, दीपक साह, अशरफ, शंकर चौधरी, मनोज कुमार, विधायक प्रतिनिधि विजय सहनी, वार्ड पार्षद विजय उरांव, राजीव कुमार, पंकज यादव, कुणाल किशोर एवं अन्य वार्ड पार्षद उपस्थित थे. फुटपाथ पर दुकान चलाने के लिए सरकार द्वारा दिये गये जगह और परिचय पत्र को लेकर फुटपाथी दुकानदारों में काफी खुशी का माहौल है.