सात सालों से तेरह वर्ष की फुफेरी बहन का शोषण कर रही थी िफजियोथेरेपिस्ट की पत्नी, मारपीट भी होती थी

मोतिहारी के चकिया की है नाबालिग बचपन से घरेलू काम करा रहे थे पूर्णिया : चाइल्ड लाइन से नाबालिग लड़की को बालिका गृह में शिफ्ट करा दिया गया है. इस मामले को लेकर चाइल्ड लाइन की कार्रवाई के साथ-साथ श्रम विभाग की कार्रवाई से हड़कंप मचा हुआ है. इस मामले में बाल कल्याण समिति भी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 29, 2017 3:29 AM

मोतिहारी के चकिया की है नाबालिग

बचपन से घरेलू काम करा रहे थे
पूर्णिया : चाइल्ड लाइन से नाबालिग लड़की को बालिका गृह में शिफ्ट करा दिया गया है. इस मामले को लेकर चाइल्ड लाइन की कार्रवाई के साथ-साथ श्रम विभाग की कार्रवाई से हड़कंप मचा हुआ है.
इस मामले में बाल कल्याण समिति भी सुसंगत धाराओं के तहत कार्रवाई करने जा रही है. ज्ञात हो कि पूर्णिया चाइल्ड लाइन ने वर्षों से घर में बंधक बना कर रखे 13 वर्षीया नाबालिग को सहायक खजांची पुलिस की मदद से गुरुवार को मुक्त कराया था. मुक्त करायी गयी लड़की मलियाबाड़ी के अभिषेक आनंद के घर लगभग सात वर्ष से बंधक बन कर घरेलू काम कर रही थी. नाबालिग गुंजन कुमारी (काल्पनिक नाम) मोतिहारी जिले के चकिया निवासी रामवतार की पुत्री बतायी जा रही है.
गुरुवार को सहायक खजांची पुलिस व चाइल्ड लाइन कार्रवाई कर गुंजन को अभिषेक आनंद के घर से ढूंढ़ निकाला. श्री आनंद पेशे से फिजियोथेरेपिस्ट हैं और उनकी पत्नी ऋचा कुमारी गृहणी हैं.
चाइल्ड लाइन पहुंचने पर गुंजन ने बताया कि अभिषेक आनंद व ऋचा कुमारी उसे लगभग सात वर्ष पूर्व घर लाकर रखा था. उसके पिता रामवतार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण मजबूरी में उसे पूर्णिया आना पड़ा. नाबालिग ने बताया कि इस दौरान उससे घर का सभी काम करवाता और किसी न किसी बहाने मारपीट करता रहता था. इधर अभिषेक आनंद की पत्नी गुंजन का रिश्ते में ममेरी बहन बता रही है. बताया कि गुंजन के पिता उसके लालन-पोषण में सक्षम नहीं थे, इसलिए बेहतर परवरिश के लिए उसे पूर्णिया ले आये.
चाइल्ड लाइन के सदस्य मो शहजादा हसन, मयुरेश गौरव, रूबी रानी आदि ने श्रम विभाग को मामले की जानकारी दी. श्रम विभाग द्वारा बाल श्रम अधिनियम के तहत अभिषेक आनंद व ऋचा कुमारी के विरुद्ध कार्रवाई की प्रक्रिया प्रारंभ कर दिया है. नाबालिग को चाइल्ड लाइन द्वारा बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत किया गया, जहां उसे बालिका गृह में तत्काल रखने का निर्देश दिया गया है.

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