अल्ट्रासाउंड सेंटर में लुट रहे मरीज व उनके परिजन

पूर्णिया : शहर में अल्ट्रासाउंड सेंटर शहर में करीब 60 की संख्या में अल्ट्रासाउंड सेंटर संचालित हैं. इसमें करीब 25 से 30 अल्ट्रासाउंड को डॉक्टर स्वयं चलाते हैं. बांकी सेंटर बगैर योग्यताधारी टेक्निशियन चला रहे हैं. दलाल द्वारा मरीज व उनके परिजनों को आर्थिक शोषण किया जा रहा है, लेकिन उनकी पीड़ा को सुनने वाला […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 30, 2017 6:49 AM

पूर्णिया : शहर में अल्ट्रासाउंड सेंटर शहर में करीब 60 की संख्या में अल्ट्रासाउंड सेंटर संचालित हैं. इसमें करीब 25 से 30 अल्ट्रासाउंड को डॉक्टर स्वयं चलाते हैं. बांकी सेंटर बगैर योग्यताधारी टेक्निशियन चला रहे हैं. दलाल द्वारा मरीज व उनके परिजनों को आर्थिक शोषण किया जा रहा है, लेकिन

उनकी पीड़ा को सुनने वाला कोई
नहीं है.
अल्ट्रासाउंड सेंटर में मरीजों का जेब खाली कर दिया जाता है. मानकविहीन सेंटर में अल्ट्रासाउंड कर गलत रिपोर्ट बना देने से कई मरीज अपनी जान भी गंवा चुके हैं. सरकार ने रोगियों की सुरक्षा के लिए रोगी कल्याण समिति भी बनायी है, लेकिन समिति द्वारा इस गोरखधंधे और रोगियों को न्याय दिलाने में पूरी तरह विफल रहा है.
यदि ऐसे बिना डॉक्टर के संचालित अल्ट्रासाउंड सेंटरों पर जल्द लगाम नहीं लगायी गयी तो स्थिति भयावह हो सकती है. हालांकि तीन सेंटरों पर प्रभात खबर ने पड़ताल की तो सब कुछ ठीक मिला मगर कई सेंटरों पर रिपोर्ट से ज्यादा दलाली और धोखाधरी का कारोबार फल फूल रहा है. जिन सेंटरों पर सब कुछ ठीक मिला उनमें उर्मिला अल्ट्रासाउंड सेंटर, आदित्य अल्ट्रासाउंड, दिव्या अल्ट्रासाउंड सेंटर हैं.
सुनिये डॉक्टर साहब जनता की आवाज
प्रभात खबर के हेल्पलाइन नंबर 9155423396 पर केनगर के राजेश कुमार ने बताया कि करीब दो माह पूर्व उनके पिता के पेट में अचानक दर्द हो गया था. लाइन बाजार में डॉक्टर के पास ले जाने पर अल्ट्रासाउंड और एक्सरे दोनेां लिखा. अल्ट्रासाउंड कराने पर किडनी में सूजन होने की बात कही गयी. वहीं एक्सरे में गैस की समस्या बताया गया. दूसरे जगह अल्ट्रासाउंड कराने पर किडनी पूरी तरह स्वस्थ था. गैस का इलाज कराने पर पिता अब स्वस्थ और ठीक हैं.

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