डूबने से चार बच्चे मरे

बनैली पंचायत के बंका गांव एक ही परिवार के तीन बच्चों की गयी जान टीकापट्टी में शौच करने गये बच्चे का पैर फिसला, मौत श्रीनगर/रूपौली : जिले में अलग-अलग जगहों पर डूबने से गुरुवार को चार बच्चों की मौत हो गयी. बनैली पंचायत के बंका गांव में एक ही परिवार के तीन बच्चों की मौत […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 13, 2017 2:34 PM

बनैली पंचायत के बंका गांव एक ही परिवार के तीन बच्चों की गयी जान

टीकापट्टी में शौच करने गये बच्चे का पैर फिसला, मौत

श्रीनगर/रूपौली : जिले में अलग-अलग जगहों पर डूबने से गुरुवार को चार बच्चों की मौत हो गयी. बनैली पंचायत के बंका गांव में एक ही परिवार के तीन बच्चों की मौत पानी में डूबने से हो गयी. वहीं टीकापट्टी थाना क्षेत्र के पुरानी नंदगोला ग्राम में नदी किनारे शौच के दौरान पांच वर्षीय बच्चे की मौत हो गयी.

बंका गांव से सटे पश्चिम भाग के जगैली धार में गुरुवार को बंका टोला के मो सफीक के दो पुत्र व वार्ड सदस्य मंजूर आलम की 12 वर्षीया पुत्री इशरत नदी में भेंटा उतारने के लिए उतरे थे. इसी दौरान तीनों गहरे पानी में चले गये. तीनों बच्चे एक ही घर के हैं. मृतक बालकों की उम्र लगभग 8 से 10 वर्ष बतायी जा रही है. जब पानी गहरा लगने लगा तो तीनों पानी से निकलने की कोशिश करने लगे.

किन वे लोग गहरे पानी में डूबते चले गये. हालांकि इशरत ने दोनों को बचाने की कोशिश की मगर दोनों बच्चों ने उसे भी कस कर पकड़ लिया. इससे तीनों वहीं डूब गये.

इधर टीकापट्टी थाना क्षेत्र के पुरानी नंदगोला ग्राम में नदी किनारे शौच के दौरान पांच वर्षीय बच्चे की मौत हो गयी. ग्रामीणों की मदद से शव को नदी से खोज बाहर किया गया. खबर पाकर टीकापट्टी थाना के एसआइ राजमणि माझी पहुंचे. शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल ले जाया गया. दोपहर एक बजे लक्ष्मण मंडल का पांच वर्षीय नाती स्वार्थी कुमार अपने मौसी कल्पना कुमारी के साथ कोसी किनारे शौच के लिए गया था.

शौच के दौरान बच्चे का पैर फिसल गया और वह गहरे पानी में चला गया. वहीं मौसी कल्पना कुमारी द्वारा शोर मचाने पर ग्रामीणों के अथक प्रयास पर बच्चे को निकाला गया. लेकिन तब तक बच्चे की मौत हो गयी थी. स्वार्थी अपने मां शीला देवी के साथ नानी के घर आया था. स्वार्थी का घर रूपौली थाना के मैनी गिधा में है.

खबर पाकर पिता गोपाल मंडल पहुंच कर शव से लिपट कर रो रो कर बुरा हाल है. वहीं मां शिला देवी रूक रूक कर बेहोश हो जाती है. वहीं ग्रामीण शिव कुमार यादव, मुखिया सुनीता देवी, रामजी मोदी ने दुख व्यक्त किया साथ ही पीड़ित परिवार को मुआवजा देने की मांग किया.

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