भवानीपुरः लगातार चार माह से वेतन के अभाव में एक प्रखंड शिक्षिका की बीमारी की हालत में तड़प-तड़प कर मौत हो गयी. घटना गुरुवार सुबह चार बजे की है. मृत शिक्षिका का नाम मीना कुमारी बताया जाता है. वह जिले के भवानीपुर प्रखंड अंतर्गत मध्य विद्यालय सोनडिहा यादव की शिक्षिका थी. कहा जा रहा है कि वह पैसे के अभाव में इलाज नहीं करवा पायी. उधार लेकर करवा रही थी इलाज
वह पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रही थी व गांव-घर से पैसे उधार लेकर अपना इलाज करवा रही थी. पैसे के अभाव में वह ठीक से इलाज नहीं करवा सकी. दिसंबर 2013 से उनको वेतन नहीं मिल रहा था. उन्होंने दो बार दक्षता की परीक्षा दी थी, जिसमें वे फेल हो गयी थी. इसी कारण उनका वेतन बंद था व वह भुखमरी के कगार पर पहुंच गयी थी. जानकारी के अनुसार मीना का पति गंगा प्रसाद लगभग दस वर्ष पूर्व ही स्वर्गवास हो गये थे. शिक्षिका को मात्र एक लड़की है. पति के मृत्यु के पश्चात ससुराल वालों ने उसे प्रताड़ना देकर भगा दिया था. इस कारण वह अपने मायके में रह रही थी. वह अपने भाई और पिता से अलग घर बना कर रह रही थी. उनके लिये अपने व बेटी की भरण पोषण का एक मात्र सहारा नौकरी ही थी. वेतन बंद होने के कारण वह मानसिक व आर्थिक रूप से परेशान रहती थी.
दी जायेगी सहायता
घटना की जानकारी मिलने पर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी सुरेंद्र प्रसाद शिक्षिका के घर गये. उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा मिलने वाली योजनाओं का लाभ दिया जायेगा. इस संबंध में उच्च पदाधिकारी को लिखित सूचना दी जायेगी. प्रखंड विकास पदाधिकारी विपिन कुमार ने बताया कि बीएलओ भुगतान के लिए आवंटन नहीं आया है. आवंटन आने के साथ ही ससमय भुगतान किया जायेगा. जिला शिक्षा पदाधिकारी सत्येंद्र भूषण ने बताया कि दक्षता परीक्षा में दो बार अनुत्तीर्ण शिक्षकों के वेतन पर विभागीय निर्देश के आलोक में रोक लगायी थी. मृत शिक्षिका के आश्रित को सरकारी प्रावधान के अनुसार जो भी सहायता होगी दी जायेगी.