शराब पीने वाले गरीब जेल में, अमीर लोगों को हो रही होम डिलिवरी : शरद यादव

पूर्णिया : बिहार में शराबबंदी के बाद शराब पीने के मामले में सबसे अधिक गरीब लोगों को जेल भेजा गया है. जबकि अमीर और कॉरपोरेट घराने के लोगों को शराब की होम डिलिवरी हो रही है. वहीं प्रशासनिक मशीनरी शराब की आड़ में अवैध वसूली में जुटी हुई है. अपराध में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 7, 2018 7:57 PM

पूर्णिया : बिहार में शराबबंदी के बाद शराब पीने के मामले में सबसे अधिक गरीब लोगों को जेल भेजा गया है. जबकि अमीर और कॉरपोरेट घराने के लोगों को शराब की होम डिलिवरी हो रही है. वहीं प्रशासनिक मशीनरी शराब की आड़ में अवैध वसूली में जुटी हुई है. अपराध में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है और युवा बेरोजगार होकर घूम रहे हैं. गिट्टी, बालू पर प्रतिबंध के बाद निर्माण कार्य भी ठप है और लाखों लोग बेरोजगार हो गये हैं. उक्त बातें पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव ने बुधवार को गुलाबबाग में पार्टी नेता निरंजन कुशवाहा के आवास पर आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कही. वे अररिया लोकसभा उपचुनाव में महागठबंधन प्रत्याशी सरफराज आलम के चुनाव प्रचार में शामिल होने से पहले कुछ देर के लिए गुलाबबाग में रुके थे.

शरद यादव ने कहा कि बिहार की 11 करोड़ जनता को ठगने और उनके साथ धोखा करने वालों को जनता नकारेगी और गठबंधन की जीत अररिया में जनता अपनी वोट से सुनिश्चित करेगी. उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के तरफ इशारा करते हुए कहा कि जिसने बिहार के जनता के समक्ष कहा था कि फासीवादी और सांप्रदायिक ताकतों से कभी हाथ नहीं मिला सकते हैं, चाहे जान चली जाये, उन्होंने 11 करोड़ बिहारियों का नाखून और बाल जिन्हें डीएनए जांच के लिए भेजा था कि परवाह किये बिना वैसे ही लोगों से हाथ मिला लिया. जनता ऐसे लोगो को सबक सिखायेगी.

जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव ने कहा कि नोटबंदी ने देश भर में बेरोजगारी की समस्या पैदा कर दी. जो लोग दो करोड़ युवाओं को प्रति वर्ष रोजगार देने की बात पर सत्ता में आये उन्होंने नोटबंदी से बेरोजगारों की संख्या बढ़ा दी. आज देशभर में कई फैक्ट्रियां बंद है. बिहार के लाखों लाख गरीब जो देश के कई प्रदेशों में नौकरी करते थे, आज बेरोजगार हैं. किसान परेशान हैं क्योंकि कृषि आधारित फसलों का बाजार चार साल में भी किसानों के लिये व्यवस्थित नहीं हुआ. हालात यह है कि विकास और रोजगार के वायदे पर सरकार फेल होने के बाद अब हिंदू मुस्लिम कार्ड के सहारे चुनावी खेल में जुटी हुई है.

शरद यादव ने कहा कि केंद्र और राज्य की दोनों सरकारों ने जनता को गुमराह करने का काम किया है. देश की जनता को धोखा देने वालों को जनता नकारेगी और अररिया चुनाव में बीजेपी की जमानत जब्त होगी. उन्होंने पत्रकारों के एक सवाल के जवाब में कहा कि यह लड़ाई ग्यारह करोड़ बिहारियों के सम्मान और बेरोजगार नौजवानों के साथ हुए धोखे के खिलाफ है.

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