गर्मी आने के साथ ही सेहत डंवाडोल, डायरिया के पेसेंट बढ़े

बीते दो दिनों के भीतर 20 की संख्या में पहुंच चुके हैं डायरिया के मरीज पूर्णिया : गर्मी का मौसम आते ही लोग विभिन्न संक्रामक रोगों का शिकार होने लगे हैं. अब तक लोग सर्दी, खांसी व बुखार से सामना कर रहे थे. लेकिन अब डायरिया ने भी पांव पसार दिया है. सदर अस्पताल के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 29, 2018 6:00 AM

बीते दो दिनों के भीतर 20 की संख्या में पहुंच चुके हैं डायरिया के मरीज

पूर्णिया : गर्मी का मौसम आते ही लोग विभिन्न संक्रामक रोगों का शिकार होने लगे हैं. अब तक लोग सर्दी, खांसी व बुखार से सामना कर रहे थे. लेकिन अब डायरिया ने भी पांव पसार दिया है. सदर अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में ज्यादातर डायरिया से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ने लगा है. अस्पताल सूत्र बताते हैं कि पिछले दो दिनों के अंदर 20 के करीब डायरिया के मरीज अस्पताल में भर्ती हुआ है.
सभी रोगियों का इलाज चल रहा है, जिसमें कुछ मरीज ज्यादा परेशान हैं. जानकार बताते हैं कि इन दिनों मौसम बदलाव होने से विभिन्न तरह का इंफेक्शन से लोग ग्रसित हैं. जानकार बताते हैं कि रहन सहन, खानपान और शुद्ध पानी के अभाव में डायरिया ज्यादातर प्रभावित करता है. समय पर उपचार कराने से डायरिया से बचा जा सकता है.
एक एएनएम के भरोसे आइसोलेशन वार्ड
सदर अस्पताल में भगवान भरोसे ही मरीजों का इलाज होता है. अस्पताल में पारा मेडिकल कर्मियों का टोटा है. आइसोलेशन वार्ड में जहां डायरिया, मलेरिया, डेंगू, चेचक एवं अन्य संक्रामक रोग से ग्रसित मरीजों का इलाज होता है. इस वार्ड को काफी संवेदनशील माना जाता है. लेकिन मरीजों के लिए आम सुविधा नदारद है. यहां तक कि वार्ड में इलाजरत मरीज को देखने वाला कोई नहीं है. वार्ड में एक मात्र एएनएम तैनात है. लेकिन रोगियों की संख्या के हिसाब से एएनएम की संख्या काफी कम है. उसमें भी शाम 06 बजे के बाद वार्ड में नर्स नहीं रहती है. पूरे रात मरीज भगवान भरोसे ही रहता है.

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