शहर में चल रहा खून का काला कारोबार

खपत 130 यूनिट की, उपलब्धता 16 की, कहां से आ रहा अतिरिक्त 114 यूनिट रक्त पूर्णिया : पूर्णिया सहित सीमांचल के अन्य जिलों में रक्त का अवैध कारोबार जोरों पर है. आंकड़ों पर गौर करें तो यह सच लगता है. जिले के 26 नर्सिंग होम में हर दिन औसतन 130 ऑपरेशन होते हैं. इसके लिए […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 25, 2018 5:24 AM

खपत 130 यूनिट की, उपलब्धता 16 की, कहां से आ रहा अतिरिक्त 114 यूनिट रक्त

पूर्णिया : पूर्णिया सहित सीमांचल के अन्य जिलों में रक्त का अवैध कारोबार जोरों पर है. आंकड़ों पर गौर करें तो यह सच लगता है. जिले के 26 नर्सिंग होम में हर दिन औसतन 130 ऑपरेशन होते हैं. इसके लिए ब्लड बैंक से छह यूनिट रक्त जबकि रेडक्रॉस से 10 यूनिट की आपूर्ति होती है. जबकि औसतन हर दिन 130 यूनिट खपत है. ऐसे में यह सवाल लाजिमी है कि 114 यूनिट रक्त की आपूर्ति आखिर कहां से होती है. वैसे, जानकारों की मानें तो अवैध प्रसव घर एवं मानक विहीन पैथोलॉजी सेंटर की जिले में भरमार है.
जहां से रक्त का अवैध कारोबार संचालित हो रहा है. इन स्थानों से संग्रहित रक्त की खपत लाइन बाजार के कुछ नर्सिंग होम सहित सीमांचल के सभी जिले में हो रही है. केवल लाइन बाजार में लगभग डेढ़ सौ से अधिक लोग खून के काले कारोबार से जुड़े हैं. इस कारोबार से जुड़े लोगों ने लगभग छह सौ से अधिक रक्त विक्रेताओं की फौज खड़ी कर रखी है. इन्हीं अवैध रक्त के सहारे डॉक्टर मरीजों को स्वस्थ करने का दावा कर रहे हैं. आश्चर्य इस बात का है कि इतने बड़े रैकेट का संचालन हो रहा है और विभाग और स्थानीय प्रशासन खामोश है.
कार्रवाई के बाद कुछ दिन रहता है बंद, फिर हो जाता है शुरू : प्रसव माफियाओं एवं मानक विहीन पैथोलॉजी संचालकों पर कार्रवाई समय-समय पर होती रही है. विभाग टीम का गठन कर छापेमारी भी करती रही है, लेकिन कार्रवाई के कुछ दिन बाद मानकविहीन पैथोलॉजी का धंधा एक बार फिर शुरू हो जाता है. ऐसे में यह सवाल भी उठ रहा है कि आखिर विभाग छापेमारी के बाद कार्रवाई क्यों नहीं करती है. अवैध प्रसव गृह व मानक विहीन पैथोलॉजी के धंधे के संचालन के पीछे कई सफेदपोश व धनाढ्य लोग हैं.
बताया जाता है कि इस काले कारोबार में लाइन बाजार के कई बड़े लोगों के भी रुपये लगे हुए हैं. जिले के विभिन्न इलाके में फैले हुए लगभग डेढ़ सौ एजेंटों के माध्यम से लगभग छह सौ से भी अधिक रक्त विक्रेताओं को आर्थिक सहायता पहुंचायी जाती है. जरूरत पड़ने पर ऐसे रक्त विक्रेताओं को बुला कर उनके शरीर से रक्त निचोड़ा जाता है
विभाग ऐसे मानक विहीन पैथोलॉजी व प्रसव घरों पर कार्रवाई करने के लिए विचार कर रही है. शीघ्र ही कार्रवाई की योजना बनायी जायेगी.
डॉ एम एम वसीम,सिविल सर्जन,पूर्णिया

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