शुद्ध पेयजल के लिए अब सड़क पर उतरेंगे गुलाबबाग मंडी के व्यापारी

पूर्णिया : शुद्ध पेयजल के मुद्दे को लेकर गुलाबबाग के व्यापारी सड़क पर उतरने के मूड में हैं. खास तौर पर युवा व्यापारियों ने नागरिक संघर्ष मोर्चा के बैनर तले आंदोलन का मन बनाया है. आंदोलन की रणनीति बनाने के लिए बैठक हुई, जिसमें सभी तबके को गोलबंद किया जायेगा. याद रहे कि गुलाबबाग के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 4, 2018 6:22 AM

पूर्णिया : शुद्ध पेयजल के मुद्दे को लेकर गुलाबबाग के व्यापारी सड़क पर उतरने के मूड में हैं. खास तौर पर युवा व्यापारियों ने नागरिक संघर्ष मोर्चा के बैनर तले आंदोलन का मन बनाया है. आंदोलन की रणनीति बनाने के लिए बैठक हुई, जिसमें सभी तबके को गोलबंद किया जायेगा. याद रहे कि गुलाबबाग के मेला ग्राउंड में आठ वर्ष पहले 2009 में तकरीबन एक करोड़ से अधिक की लागत से पानी टंकी बनकर तैयार है पर यह अब तक चालू भी नहीं हो सका है.

लोग आज भी पानी के साथ लोहा पीने को विवश हैं. पानी टंकी के साथ लौह शुद्धिकरण संयंत्र भी लगाया गया, जो अब धूप-पानी में जंक खा रहा है. बार नगर निगम और पीएचइडी का ध्यान दिलाया गया पर, कुछ नहीं हुआ.

पहले भी हुआ था आंदोलन : पहले भी इसी मुद्दे को लेकर आंदोलन हुआ था पर नतीजा सिफर निकला.
इस बार आंदोलन को धारदार बनाने की तैयारी है. आंदोलन में शामिल होने वाले आंदोलनकारियों ने सरकार के सात निश्चय में शामिल हर घर जल नल योजना को निशाने पर लेकर शुद्ध पेयजल सप्लाइ के लिए पानी टंकी को चालू करने के मुद्दे पर आंदोलन को व्यापक बनाने के लिए सोशल मीडिया पर प्रचार प्रसार और लोगो को आंदोलन से जोड़ने का कार्य भी शुरू कर दिया गया है. याद रहे कि शुद्ध पेयजल को लेकर पूर्व में आंदोलन करने वाले भरत भगत,अधिवक्ता अजय मांझी, जवाहर साह, दिलीप पोद्दार, डॉ बिनोद कुमार, निरंजन कुशवाहा, अशोक साह आदि शामिल थे.
पांच मई को नागरिक संघर्ष मोर्चा की बैठक में बनेगी रणनीति
सिस्टम के खिलाफ अपने अधिकार और सुविधा को लेकर शुरू गोलबंदी को आंदोलन के रूप में बदलने की रणनीति पर विचार विमर्श को लेकर गुलाबबाग नागरिक संघर्ष मोर्चा समिति 5 मई को गुलावेश्वर शिव मंदिर प्रांगण में एक बैठक हुई. बैठक में शहर के प्रबुद्ध लोगों के साथ युवा, समाजसेवी, अधिवक्ता, शिक्षक, चिकित्सक किसान, मजदूर सभी को शामिल करने की जिम्मेदारी मोर्चा के सदस्यों ने ली है. बैठक में आंदोलन की रणनीति बनायी जायेगी, जिसके बाद आंदोलन का आगाज किया जायेगा. इसकी सफलता को लेकर मोर्चा के सदस्य सोशल मीडिया पर समर्थन जुटा रहे है. दरअसल बीते 2 और 10 अप्रैल के आंदोलन में सोशल मीडिया के भूमिका से प्रभावित मोर्चा के सदस्य उत्साहित दिख रहे है .

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