लॉटरी के चक्कर में एक को जेल, नौ पर केस दर्ज

रूपौली : गोड़ियर हाट परिसर में अंतिम सप्ताह के लॉटरी ड्रा में पुरस्कार वितरण को लेकर मची भगदड़ की सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने एक को गिरफ्तार कर लिया. वह लॉटरी कारोबार का सरगना बताया जा रहा है. उसे जेल भेज दिया गया है. लॉटरी कारोबार के अन्य शागिर्द भीड़ का फायदा उठाकर भाग निकले. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 8, 2018 6:53 AM
रूपौली : गोड़ियर हाट परिसर में अंतिम सप्ताह के लॉटरी ड्रा में पुरस्कार वितरण को लेकर मची भगदड़ की सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने एक को गिरफ्तार कर लिया. वह लॉटरी कारोबार का सरगना बताया जा रहा है. उसे जेल भेज दिया गया है. लॉटरी कारोबार के अन्य शागिर्द भीड़ का फायदा उठाकर भाग निकले. इस सिलसिले में नौ स्थानीय लोग समेत 12 के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गयी है.
गिरफ्तार युवक का नाम विनोद दास है. वह कटिहार जिले के सेमापुर थाना क्षेत्र के बावन गंज का बताया जा रहा है. इसके अन्य शागिर्दों में मुंगेर जिला निवासी संतोष कुमार एवं विक्की कुमार सहित 9 स्थानीय लोग हैं. पुलिस के इस कार्रवाई से हड़कंप मच गया है. दरअसल टीकापट्टी थाना क्षेत्र के गोड़ियर हाट परिसर में मां लक्ष्मी बिहार के नाम से लाॅटरी के अंतिम सप्ताह में ड्रा एवं पुरस्कार वितरण चल रहा था. अचानक भगदड़ मच गयी. सूचना पाकर टीकापट्टी पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस ने विनोद को वहीं दबोच लिया. लोग लॉटरी वाले का तो विरोध कर ही रहे थे, ऊपर से वे पुलिस पर भी भड़क गये. उनका आरोप था कि इतने दिनों से पुलिस कहां थी? जबकि लॉटरी कंपनी खुलेआम माइकिंग एवं पोस्टर चिपका कर प्रचार कर रही थी. आक्रोशित लोगों ने पुलिस गाड़ी को घेर भी लिया. पुलिस अपने को इस घटना से अनभिज्ञ बता रही थी. पुलिस ने लॉटरी के 36 टोकन, एक कूपन, एक मोबाइल एवं एक स्टील ड्राम बरामद किया है.
क्या है मामला
टीकापट्टी थाना से महज तीन किलोमीटर दूर मां बिहार लक्ष्मी नाम से गोड़ियर हाट में लॉटरी का खेल किया जा रहा था. जिसमें 12 सप्ताह ड्रा किया जाना है. एक व्यक्ति से 100रु प्रति सप्ताह लिया जाता था. इसी तरह 11 माह एवं 12 सप्ताह में दो सौ लिया जाता था. कुल मिलाकर एक लॉटरी धारक को 15 सौ जमा करना था. जिस दौरान 75 सौ लोगों के बीच कूपन काटा गया था.
जिसमें एजेंट बहाल कर गांव-गांव जाकर टिकट काटा गया था. जिस दौरान सभी लोगों को कहा गया था कि अंतिम सप्ताह में निश्चित पुरस्कार है. लोगों को कार, बुलेट, फ्रिज, गोदरेज सहित अन्य सारी चीजों का लुभावना वादा किया गया था. जैसे ही रविवार की संध्या तक लोगों को पुरस्कार नहीं मिला तो काफी संख्या में लोग इकट्ठा हुए. अपने पुरस्कार के लिए जैसे ही संध्या पुरस्कार नहीं मिला तो लोगों ने जमकर हंगामा किया. जिसके बाद टीकापट्टी पुलिस पहुंचकर एक सरगना को गिरफ्तार किया. भीड़ का फायदा उठाकर अन्य सरगना सहित स्थानीय एजेंट फरार हो गये.

Next Article

Exit mobile version