रमजान का महीना, सड़क के किनारे कचरा-कादो, तोबा रे तोबा……
शहर के अल्पसंख्यक बहुल मोहल्ले में भी सफाई व्यवस्था मुकम्मल नहीं रोजेदारों की परेशानी का सबब बना है सड़कों पर पड़ा कचरा और नाले का पानी नगर निगम की लचर सफाई व्यवस्था पर भड़क रहा है नागरिकों का आक्रोश पूर्णिया : रमजान का महीना और घर से निकलते ही सड़क पर कचरा-कादो, तोबा-तोबा… ना बाबा […]
शहर के अल्पसंख्यक बहुल मोहल्ले में भी सफाई व्यवस्था मुकम्मल नहीं
रोजेदारों की परेशानी का सबब बना है सड़कों पर पड़ा कचरा और नाले का पानी
नगर निगम की लचर सफाई व्यवस्था पर भड़क रहा है नागरिकों का आक्रोश
पूर्णिया : रमजान का महीना और घर से निकलते ही सड़क पर कचरा-कादो, तोबा-तोबा… ना बाबा ना, बड़ी मुश्किल हो जाता है मस्जिद तक जाना. यह कहते हुए मधुबनी मस्जिद टोला के लोग नगर निगम की सफाई व्यवस्था पर भड़क उठते हैं और कहते हैं कि कम से कम रमजान में तो अल्पसंख्यक बहुल मुहल्ले की सफाई नियमित होनी चाहिए. पूर्णिया शहर के मधुबनी में अवस्थित है मस्जिद टोला.
नगर निगम का यह वार्ड नंबर 15 का इलाका है. मस्जिद चौक से निकल कर यह सड़क सीधे मधुबनी कब्रिस्तान तक चली जाती है. यहीं से वार्ड 3,4 और 5 तक जाने का भी रास्ता भी निकलता है. करीब एक किलोमीटर की इस सड़क के किनारे कहीं कच्चा तो कहीं पक्का नाला बना हुआ है जिसका कनेक्शन मुर्गी फार्म होते हुए बैंक तक जुड़ा हुआ है. नाला इतना जाम है कि बारिश होने पर उसका गंदा और दुर्गंध वाला पानी सड़क पर चला आता है. दृश्य तब और गंदा हो जाता है
जब सड़क किनारे पसरा हुआ कचरा उस पानी में मिल जाता है. यहां के सबी अहमद, मो फिरोज, मो सरफराज, मो. रहमत आदि बताते हैं कि घर में स्नानादि कर पाक पवित्र होकर उन्हें मस्जिद में जाना होता है पर सड़क पर बहता गंदा पानी और कचरा उनके लिए मुसीबत खड़ा कर देता है. इन लोगों को इस बात का गुस्सा है कि रमजान के इस महीने में भी नगर निगम ने सफाई की ठोस व्यवस्था नहीं की है. आलम यह है कि इस मोहल्ले की करीब सात हजार की आबादी पूरे बरसात मुश्किलों के बीच रहती है. सबी अहमद बताते हैं कि जगह-जगह कचरा जमा रहने से दुर्गंध निकलता है जिससे इस गर्म मौसम में महामारी की आशंका भी बनी रहती है.