सड़क जाम की समस्या से हर रोज जूझते हैं शहरवासी

पूर्णिया : तमाम कोशिशों के बावजूद शहर में यातायात व्यवस्था जस की तस है. इसमें कोई सुधार नहीं हो सका है. सुधार के लिए प्रशासनिक स्तर पर पहल जरूर हुई पर इसको अमलीजामा पहनाने के लिए कोई सख्ती नहीं हुई. नतीजतन जाम की समस्या से निजात पाने के लिए तमाम कोशिशें नाकाम होकर रह गयी. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 12, 2018 2:45 AM

पूर्णिया : तमाम कोशिशों के बावजूद शहर में यातायात व्यवस्था जस की तस है. इसमें कोई सुधार नहीं हो सका है. सुधार के लिए प्रशासनिक स्तर पर पहल जरूर हुई पर इसको अमलीजामा पहनाने के लिए कोई सख्ती नहीं हुई. नतीजतन जाम की समस्या से निजात पाने के लिए तमाम कोशिशें नाकाम होकर रह गयी. गौरतलब है कि सड़क जाम के स्थायी निदान के लिए पिछले दस सालों से लगातार प्रयास किये जा रहे हैं.

इस नजरिये से कई बार यातायात व्यवस्था में सुधार की कवायद भी की गयी. मगर आज तक इसका ठोस निदान नहीं निकाला जा सका. इसी उद्देश्य से शहर में सिक्स लेन रोड का निर्माण कराया गया था पर इसके बावजूद सड़क को जाम से मुक्ति नहीं मिल सकी. यह समस्या आज भी बरकरार है. दरअसल जाम के सही कारणों की तलाश आज तलक पूरी नहीं हो सकी जबकि अलग अलग स्थानों पर जाम के कारण भी अलग अलग रहे हैं. गुलाबबाग मार्केटिंग चौक, फ्लाईओवर के पश्चिम, कटिहार मोड़ और लाइनबाजार चौक पर अक्सर अलग अलग कारणों से जाम लगते हैं. फ्लाईओवर के समीप जाम का एक बड़ा कारण रेलवे कि रैक प्वाईंट है जिसके निदान की सार्थक पहल नहीं हो सकी है.
कटिहार मोड़ भी होता है जाम. खुश्कीबाग में सिक्स लेन से निकल कर कटिहार जाने वाले टर्निंग पर अमूमन हर रोज जाम लगता है. एक तरफ कटिहार से आने-जाने वाली गाड़ियां और फिर गुलाबबाग-लाइन बाजार के बीच चलने वाली गाड़ियां. सुबह से शाम तक रेलमपेल की नौबत. चूंकि पूर्व प्रखंड का मुख्यालय भी यहीं है इसलिए ग्रामीण इलाके से आने वालों की भी भीड़. इतना ही नहीं, सिक्स लेन के दोनों तरफ से एक-एक लेन पर रिक्शा-ठेला, ऑटो और आम-लीची बेचने वालों का कब्जा. कहीं कोई बोलने वाला नहीं. यही जाम जब फ्लाइओवर तक चला जाता है तो पैदल निकलना भी मुश्किल हो जाता है.
मक्का का सीजन में गहराता है संकट. मक्का का सीजन शुरू होते ही जाम का संकट गहराने लगता है. चाहे बाइपास हो या फिर मुख्य सड़क. गोदाम और धर्मकांटा के कारण इस सीजन में दोनों तरफ से सड़क जाम रहती है. बाइपास में सड़क पर ही मक्का लदे ट्रक ट्रैक्टर खड़े रहते हैं. बेलौरी तक अक्सर जाम मिलता है. इसी तरह गुलाबबाग से रैक प्वाइंट तक जाम आम बात की तरह है. आलम यह है कि जाम के कारण घंटों लोगों का निकलना मुश्किल हो जाता है. जो जहां हैं वहीं फंसे रह जाते हैं. विडम्बना है कि जाम हटाए जाने की कभी कोई प्रशासनिक व्यवस्था भी नहीं होती जिससे लोग आए दिन परेशान रहते हैं.
यहां लगता है जाम. गुलाबबाग मार्केटिंग चौक, सुनौली चौक, फ्लाइओवर के समीप स्टेशन टर्निंग, कटिहार मोड़, लाइन बाजार, बस स्टैंड

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