17.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

शराब के लत से परेशान मां ने बेटे को खुद भिजवाया था जेल, जानिए अब क्यों हो रहा मलाल

पूर्णिया : अपने अल्प कार्यकाल में ही विवादों से घिरे रहे जेल अधीक्षक विधु भारद्वाज अंतत: एक बड़े झमेले में फंस ही गये. जेल अधीक्षक की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही है. डीएम प्रदीप कुमार झा ने शनिवार की देर शाम अपने कार्यालय में पुलिस अधीक्षक विशाल शर्मा और सिविल सर्जन डा कृष्ण कुमार पूर्वे […]

पूर्णिया : अपने अल्प कार्यकाल में ही विवादों से घिरे रहे जेल अधीक्षक विधु भारद्वाज अंतत: एक बड़े झमेले में फंस ही गये. जेल अधीक्षक की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही है. डीएम प्रदीप कुमार झा ने शनिवार की देर शाम अपने कार्यालय में पुलिस अधीक्षक विशाल शर्मा और सिविल सर्जन डा कृष्ण कुमार पूर्वे और जेल के चिकित्सक डाॅ ओपी साह से मंत्रणा के बाद जेल अधीक्षक विधु भारद्वाज के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया है. यह आदेश मृतक कैदी राकेश रंजन के परिजनों के लिखित आवेदन के बाद दिया गया है जिसमें स्पष्ट तौर पर परिजनों ने कहा है कि राकेश की हत्या जेल अधीक्षक द्वारा अपने गुर्गों के माध्यम से करायी गयी है.

आनेवाले दिनों में जेल अधीक्षक की मुश्किलें और बढ़ सकती है. दरअसल डीएम ने हत्या का मुकदमा दर्ज करने का आदेश देने के बाद जिला एवं सत्र न्यायाधीश को पत्र लिख कर पूरे मामले की जानकारी देते हुए इस घटना की मजिस्ट्रेट से जांच कराने का आग्रह किया है. इसके अलावा डीएम ने पूरे मामले की जांच रिपोर्ट कारा महानिरीक्षक के साथ-साथ मानवाधिकार आयोग को भी भेज दिया है. इस बाबत डीएम ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट प्राप्त नहीं हुई है, लेकिन परिजनों के आवेदन के बाद तत्काल कारा अधीक्षक के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया जा रहा है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी.

मृतक के परिजनों ने कहा, जेल अधीक्षक ने करायी हत्या
मृतक कैदी के परिजनों ने जेल अधीक्षक पर हत्या करवाने का आरोप लगाया है. इस संबंध में मृतक कैदी के भाई राजेश कुमार सिंह द्वारा केहाट थाने में आवेदन दिया गया है. जिसमें कहा गया है कि जेल अधीक्षक द्वारा षड्यंत्र रच कर उसके भाई की हत्या करायी गयी है. केंद्रीय कारा के नियम कानून के तहत कई बार उसके भाई से जेल अधीक्षक से बकझक हुई थी़ इससे जेल अधीक्षक राकेश से नाराज चल रहे थे. यही वजह है कि 13 जुलाई शुक्रवार की रात को जेल अधीक्षक द्वारा अपराधियों के माध्यम से उसके भाई की हत्या करवायी गयी. शनिवार की सुबह करीब 08 बजे जेल एंबुलेंस पर उसके भाई को सदर अस्पताल भेजा गया, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया. उसके मृत्यु की सूचना भी जेल प्रशासन की ओर से नहीं दी गयी. अस्पताल कर्मी की सूचना पर वे लोग पहुंचे जहां उनके भाई के शव के समक्ष जेल का कोई कर्मी मौजूद नहीं था. मृतक के भाई ने जेल अधीक्षक एवं अन्य दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है.

मां को लगा जेल जाकर बेटा सुधर जायेगा, पर घर पहुंची लाश
मृतक कैदी राकेश रंजन की मां शांति देवी को बेटे की मौत का मलाल सता रहा है. मां की सूचना पर केहाट पुलिस उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. मृतक वर्षों से शराब के नशे का आदी था. इस दौरान व शराब पीकर घर पर हंगामा भी करता रहता था, जिससे अजीज होकर मां ने ही पुलिस को बेटे के शराब पीकर हंगामा करने की सूचना बीते 07 जुलाई की शाम केहाट पुलिस को दी थी. मां ने यह सोच कर पुलिस को सूचना दिया कि जेल जाकर बेटे में शराब की आदत छूट जायेगी. लेकिन उन्हें क्या पता था कि जेल जाने के बाद उसके बेटे की लाश उसके घर पहुंचेगी.

गौरतलब हो कि मृतक का लाइन बाजार स्थित रेडक्रॉस के निकट शांति मेडिकल हॉल नाम से एक दवा की दुकान है. शराब की लत लगने के बाद वह दुकान में कम ही बैठता था. दुकान पर उसका छोटा भाई राजेश कुमार सिंह ही बैठ रहा था. मृतक की शादी 10 वर्ष पूर्व मधेपुरा जिले के सिंहेश्वर थाना अंतर्गत ध्रुवपट्टी में पुष्पा देवी से हुई और इस दौरान उन्हें एक पुत्र भी हुआ जो 07 वर्ष का है. मृतक की पत्नी दिल्ली स्थित एक संस्थान में एएनएम का प्रशिक्षण ले रही है. मृतक के पिता रमेश कुमार सिंह पीएचडी विभाग में कर्मी थे.

जेल प्रशासन की दलील पर उठ रहे कई सवाल
कैदी राकेश रंजन की मौत के बाद जेल प्रशासन बैकफुट पर नजर आ रहा है. यह सच है कि मृतक नशे का आदी रहा था और इसी वजह से वह जेल भी गया था. लेकिन राकेश के शरीर पर जो चोट के निशान हैं और प्रथमदृष्ट्या जो परिस्थितियां नजर आ रही है वह इस बात की ताकीद कर रही है कि राकेश की मौत सामान्य मौत नहीं है. लाश छोड़ कर जेल कर्मियों का फरार होना गड़बड़ झाला की ओर इशारा कर रहा है. राकेश की मौत के संबंध में जो तर्क जेल प्रशासन द्वारा दिया जा रहा है वह परिजनों के साथ-साथ आम लोगों के भी गले नहीं उतर रहा है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें