पूर्णिया : रिमांड होम में हुए दोहरे हत्याकांड मामले में जदयू नेता और उनकी पत्नी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. दोनों इस हत्याकांड में संलिप्त एक बाल बंदी के माता-पिता हैं. तकनीकी अनुसंधान के दौरान पुलिस को अहम सबूत हाथ लगने के बाद जदयू नेता और उनकी पत्नी को गिरफ्तार कर लिया गया. एसपी विशाल शर्मा ने बताया कि रिमांड होम में हत्या की घटना को अंजाम देकर फरार हुए पांचों बाल बंदियों में से एक बाल बंदी के पिता अमरेंद्र कुशवाहा और मां राखी मेहता हैं. रिमांड पर लिये गये तीन बाल बंदियों से पूछताछ में यह स्पष्ट हुआ है कि एक बाल बंदी ने ही रिमांड होम में हुए दोनों हत्या की घटना को गोली चला कर अंजाम दिया था.
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एसपी ने बताया कि गोली चलानेवाला बाल कैदी अमरेंद्र कुशवाहा का पुत्र है. वह रिमांड होम में घटना से पूर्व एवं घटना के बाद मोबाइल का इस्तेमाल कर रहा था. उसे यह मोबाइल उसके माता-पिता द्वारा उपलब्ध करायी गयी थी. मोबाइल के जिस नंबर से वह बातचीत करता था, वह सिम उसकी मां राखी मेहता के नाम से है. उन्होंने बताया कि अगर माता-पिता द्वारा अपने पुत्र को रिमांड होम में मोबाइल उपलब्ध नहीं कराया जाता, तो वहां इतनी बड़ी घटना नहीं होती. गिरफ्तार अमरेंद्र कुशवाहा जदयू के जिला महासचिव पद पर थे, लेकिन इस घटना में उसके बेटे की संलिप्तता सामने आने के बाद उन्होंने पार्टी और पद से इस्तीफा दे दिया था. पार्टी के महानगर अध्यक्ष नीलू पटेल ने भी पुष्टि करते हुए बताया कि पार्टी ने उनका इस्तीफा मंजूर कर लिया था.
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फरार बालबंदी को पटना में मदद करनेवाला गिरफ्तार
एसपी ने बताया कि बाल बंदियों से पूछताछ के क्रम में जानकारी मिली कि घटना को अंजाम देकर सभी पांचों बाल बंदी मधेपुरा से बस पकड़ कर पटना चले गये थे. पटना में आनंद चौधरी नाम के लड़के ने इन बाल बंदियों को रहने एवं खाने की व्यवस्था करायी थी. उससमय आनंद चौधरी पटना में अपने पिता का इलाज करा रहा था. एसपी ने बताया कि चूंकि रिमांड होम की घटना मीडिया में राष्ट्रीय स्तर तक उजागर हो गयी थी. इसके बावजूद आनंद चौधरी द्वारा फरार बाल बंदियों को मदद पहुंचाया गया. इस आधार पर उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया. गिरफ्तार आनंद चौधरी पूर्णिया का रहनेवाला बताया गया.
नेपाल नहीं गये थे फरार बाल बंदी
एसपी ने बताया कि रिमांड होम में हत्या की घटना को अंजाम देने के बाद सभी फरार हुए बाल बंदी नेपाल नहीं गये थे. ये सभी मधेपुरा बस स्टैंड पहुंच कर बस पकड़ कर पटना चले गये, जहां से देवघर जाने की योजना बना कर तीन बाल कैदी सुल्तानगंज पहुंचे, जबकि अन्य दो बाल बंदी पटना में ही ठहरे. इसके बाद तीनों भागलपुर पहुंचे, जहां से देवघर के लिए प्रस्थान करते. लेकिन, पुलिस द्वारा फरार बाल बंदियों के घर की कुर्की-जब्ती की सूचना मिलने पर इन्होंने देवघर जाने का इरादा बदल दिया. पूर्णिया में अपने दो मित्रों की सलाह पर वे तीनों कटिहार पहुंचे, जहां बसंत विहार के एक मित्र द्वारा तीनों बाल बंदियों को एक अधिवक्ता से मिलवाया गया, जिसके द्वारा पूर्णिया के सीजेएम कोर्ट में सरेंडर कराया गया.
रिमांड होम हत्याकांड में इनोवा कार ऑनर की संलिप्तता
एसपी ने बताया कि रिमांड होम में हुए दोहरे हत्याकांड में इनोवा कार ऑनर कोर्ट स्टेशन के लप्पू यादव की संलिप्तता पायी गयी है. घटना से पूर्व एवं घटना के बाद उसकी एवं फरार हुए एक बाल बंदी से लगातार बातचीत हो रही थी. इस कांड में संलिप्त जनता चौक का सूरज को इनोवा कार लप्पू यादव द्वारा उपलब्ध करायी गयी थी. एसपी ने बताया कि कार ऑनर लप्पू यादव एवं सूरज फरार हैं, जिसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है. एसपी ने कहा कि रिमांड होम हत्याकांड से जुड़े सभी लोग चिह्नित कर लिये गये हैं. इस कांड का मास्टर माइंड पूर्व हाउस फादर अमर कुमार झा, कार चालक शिवेंदु राय पटना में सहयोग करनेवाला आनंद चौधरी समेत एक बाल बंदी के माता पिता को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है, जबकि फरार पांच बाल बंदियों में तीन ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया.