पूर्णिया : बिहार के मुख्यमंत्री व जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने अनुसूचित जाति-जनजाति समाज को भरोसा दिलाया है कि उनके अधिकार की रक्षा के लिए उनकी सरकार हर कुर्बानी देने को तैयार है. उन्होंने चुनौती देते हुए कहा कि दुनिया की कोई ताकत नहीं, जो देश में अनुसूचित जाति-जनजाति के आरक्षण को समाप्त कर दे. सीएम सोमवार को पूर्णिया के इंदिरा गांधी स्टेडियम में आयोजित दलित-महादलित प्रमंडलीय सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि भीमराव आंबेडकर ने जिस आरक्षण की व्यवस्था की थी, उसके साथ कोई छेड़छाड़ नहीं कर सकता है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अनुसूचित जाति-जनजाति के लोगों आश्वस्त किया कि वे चिंता न करें. उनके अधिकार की रक्षा के लिए उनकी सरकार हर लड़ाई लड़ने को तैयार. जबतक उनकी सरकार है, वे बिल्कुल निश्चिंत रहें. उन्हें कोई परेशान नहीं करेगा. विपक्ष पर इशारा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि चुनाव के समय कुछ लोग टकराव पैदा करने की कोशिश में लगे हैं. उन्होंने एेसे लोगों को खबरदार किया और कहा कि उनके बहकावे में नहीं आएं. समाज में टकराव पैदा होने से विकास ठप होगा. उन्होंने एकजुट होकर समाज में प्रेम, शांति और भाईचारा लाने का संदेश दिया.
हम विकास के साथ ही न्याय के साथ विकास की बात करते हैं : नीतीश
अपने आधे घंटे के भाषण में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अनुसूचित जाति-जनजाति के विकास और उसके लिए सरकार द्वारा चलायी जा रही योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार जब पहली बार सत्ता में आयी, तो उन्होंने सबसे पहले पंचायती राज और नगर निकायों के चुनावों में आरक्षण की व्यवस्था की. अब तो बिहार में ज्यूडिशरी में भी आरक्षण लागू कर दी गयी है. हम सिर्फ विकास की बात नहीं करते बल्कि न्याय के साथ विकास की बात करते हैं. इसमें समाज के हर तबके की भलाई है. जबतक समाज के अंतिम पंक्ति तक विकास नहीं पहुंचेगा तबतक विकास का कोई मायने नहीं है. उन्होंने अनुसूचित जाति-जनजाति के लिए सरकार द्वारा चलायी जा रही योजनाओं को गिनाते हुए कहा कि उनकी सरकार समाज की मुख्य धारा में जोड़ने के लिए लगातार प्रयासरत है.
सूबे का आइडियल विवि बनेगा पूर्णिया : नीतीश
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि पूर्णिया विश्वविद्यालय सूबे का एक आइडियल विश्वविद्यालय बनेगा. इसके लिए धन की कोई कमी नहीं होने दी जायेगी. तत्काल जमीन मुहैया करा दी गयी है. जल्द ही पीयू का अपना भवन होगा. मुख्यमंत्री सोमवार को पूर्णिया कॉलेज परिसर में आयोजित पीयू प्रशासनिक भवन के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि सरकार की कोशिश है कि पूर्णिया विश्वविद्यालय पूरी तरह अस्तित्व में आ जाये. अभी पूर्णिया कॉलेज में इसकी शुरुआत कर दी गयी है. सरकार ने पहले चरण में 37.25 एकड़ जमीन उपलब्ध करायी है. कहा गया है कि सबसे पहले इसकी चहारदीवारी बनाइए. भवन निर्माण के लिए डीपीआर बनाने का निर्देश दे दिया गया है. इसपर जो भी धनराशि खर्च होगी, सरकार वहन करेगी.
उन्होंने विश्वविद्यालय के विकास के लिए कुलपति प्रो राजेश सिंह की प्रशंसा की और कहा कि वे इस दिशा में पहल कर रहे हैं. सरकार भी चाहती है कि पीयू पूर्ण रूप से काम करने लगे. उन्होंने कुलपति की ओर मुखातिब होकर कहा कि आप संसाधन की चिंता मत कीजिए. केवल यह देखें कि पूर्णिया विश्वविद्यालय सूबे का आइडियल विश्वविद्यालय कैसे बनेगा. सरकार इस दिशा में हरसंभव सहयोग करने को तैयार है. विश्वविद्यालय के जरूरी इन्फ्रास्ट्रक्चर और शिक्षकों की व्यवस्था सरकार करेगी. सीएम ने मंच पर मौजूद शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव आरके महाजन से कहा कि वे मुंगेर विश्वविद्यालय के लिए जल्द जमीन उपलब्ध करा दें, ताकि उसका भी शीघ्र उद्घाटन किया जा सके.
इस मौके पर मंत्री रमेश ऋषिदेव, पूर्व मंत्री अशोक चौधरी, पूर्व मंत्री श्याम रजक, पूर्णिया के सांसद संतोष कुशवाहा, विधायक लेसी सिंह, बीमा भारती आदि ने भी संबोधित किया. समारोह की अध्यक्षता भवन निर्माण मंत्री महेश्वर हजारी ने की जबकि मंच संचालन जदयू नेता मनोज पासवान कर रहे थे. सम्मेलन में पूर्णिया समेत प्रमंडल के विभिन्न जिलों से बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे. स्टेडियम के अंदर और बाहर खचाखच भीड़ थी. महिलाओं की भी अच्छी खासी थी.