पूर्णिया : बिहार के पूर्णिया जिले के प्रारंभिक विद्यालयों में कार्यरत 102 नियोजित शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया गया है, जबकि 75 शिक्षकों पर कार्रवाई की तलवार लटक गयी है. जांच में फर्जी प्रमाण पत्र पाये जाने पर विभाग ने विभिन्न नियोजन इकाइयों को सेवा मुक्त करने का आदेश दिया है. सबसे ज्यादा गड़बड़ी जिले के बनमनखी और रुपौली प्रखंड में पायी गयी है.
डीपीओ स्थापना चंद्रशेखर शर्मा ने बताया कि बनमनखी प्रखंड के 102 शिक्षकों को सेवामुक्त किया गया है. बर्खास्त किये गये शिक्षकों में 29 प्रखंड शिक्षक और 73 पंचायत शिक्षक हैं. जबकि, बनमनखी के 19 और रुपौली के 56 शिक्षक भी कार्रवाई की जद में हैं. बनमनखी के 19 शिक्षकों के वेतन पर रोक लगाते हुए उन्हें सेवामुक्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. जांच में इन शिक्षकों का टीइटी प्रमाण पत्र फर्जी पाया गया है.
इतने बड़े पैमाने पर नियोजित शिक्षकों की बर्खास्तगी लंबे समय के बाद हुई है. तत्कालीन कमिश्नर आरके खंडेलवाल के निर्देश पर वर्ष 2006 में नियोजित प्रमंडल के 400 से अधिक शिक्षक बर्खास्त कर दिये गये थे. 12 साल के बाद एक साथ बड़ी तादाद में शिक्षकों को बर्खास्त किया गया है.