Loading election data...

झारखंड के नक्सली संगठन को की जा रही थी हथियार व गोलियों की आपूर्ति, मास्टर माइंड समेत 3 गिरफ्तार

– चार बुलेट प्रुफ जैकेट, एक रायफल, एक पिस्टल व 13 गोलियां बरामद– झारखंड के नक्सली संगठन को की जा रही थी हथियार व गोलियों की आपूर्ति पूर्णिया: नागालैंड से बिहार पहुंचाने जा रहे हथियार व गोली तस्करी मामले का पूर्णिया पुलिस ने न केवल खुलासा कर लिया, बल्कि इस मामले का मास्टरमाइंड मुकेश सिंह […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 19, 2019 9:48 PM

– चार बुलेट प्रुफ जैकेट, एक रायफल, एक पिस्टल व 13 गोलियां बरामद
– झारखंड के नक्सली संगठन को की जा रही थी हथियार व गोलियों की आपूर्ति

पूर्णिया: नागालैंड से बिहार पहुंचाने जा रहे हथियार व गोली तस्करी मामले का पूर्णिया पुलिस ने न केवल खुलासा कर लिया, बल्कि इस मामले का मास्टरमाइंड मुकेश सिंह समेत तीन तस्करों को गिरफ्तार कर लिया है. अन्य गिरफ्तार तस्करों में गिरफ्तार गया जिला अंतर्गत टनकुप्पा थाने के मखदमपुर निवासी त्रिपुरारी सिंह व सीतामढ़ी जिले के बैरगनियां का मुकेश कुमार गुप्ता शामिल है. पुलिस ने मुकेश सिंह को रांची के अरबोरा थाना क्षेत्र से व त्रिपुरारी सिंह को रांची पुलिस के सहयोग से नेतरहाट थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया, जबकि मुकेश कुमार गुप्ता को नागालैंड पुलिस के सहयोग से दीमापुर से गिरफ्तार किया गया.

इस घटना का खुलासा करते हुए मंगलवार को एसपी विशाल शर्मा ने बताया कि मुकेश सिंह के पास से बगैर नंबर की स्कार्पियो गाड़ी में छिपाया हुआ एक रायफल, एक 32 बोर का पिस्टल,04 उच्च श्रैणी के स्टील प्लेट लगे हुए बुलेट प्रूफ जैकेट, 15 चक्र गोलियां, 05 मोबाइल, एक पासबुक एवं 12500 रुपये नकद बरामद किये गये.

एसपी ने बताया कि हथियार व गोली तस्करी मामले के वांछित अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए विशेष छापेमारी दल का गठन किया गया था. इस मामले में पूर्व में गिरफ्तार किये गये अभियुक्त गोरखपुर निवासी सूरज के बयान के आधार पर पूर्णिया पुलिस की विशेष टीम द्वारा तीन अलग-अलग स्थानों पर छापेमारी कर अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया. उन्होंने बताया कि मुकेश सिंह व त्रिपुरारी सिंह की गिरफ्तारी में झारखंड पुलिस की मदद ली गयी.

उन्होंने बताया कि अत्याधुनिक हथियार व गोलियां नागालैंड से बिहार व झारखंड के प्रतिबंधित उग्रवादी संगठनों को पहुंचाने एवं हवाला के माध्यम से रुपये के लेनदेन का खुलासा हुआ है. नागालैंड से गिरफ्तार मुकेश गुप्ता हथियार तस्करों के बीच रुपये के लेनदेन में हवाला के जरिये काम कर रहा था. वह नागालैंड के हथियार सौदागरों को हवाला के माध्यम से रुपये का भुगतान कराता था. वहीं मुकेश सिंह हथियारों को नागालैंड से खरीदकर संबंधित ठिकानों तक पहुंचाने का काम करता था. जबकि, त्रिपुरारी सिंह झारखंड के उग्रवादी संगठनों से हथियार व गोलियों की डील फायनल करने का काम करता था.

2 लाख का बुलेट प्रूफ जैकेट व 8.50 की ए के-47
एसपी ने बताया कि गिरफ्तार तस्करों ने जानकारी दी कि प्रत्येक बुलेट प्रूफ जैकेट को दो लाख में बेचा जाता था जबकि ए के-47 रायफल को उग्रवादी संगठनों को 8.50 लाख रुपये में बेची जाती थी. उन्होंने बताया कि झारखंड के उग्रवादी संगठन हथियार की मुंह मांगी कीमत देते थे.

1.20 लाख में बनाता था नागालैंड से लाइसेंस
एसपी ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्तों से पूछताछ में यह पता चला है कि मुकेश सिनह व उसके सहयोगी नागालैंड से आम लोगों के लिए हथितार का लाइसेंस बनाने का काम करता था. इस क्रम में आरा का संतोष सिंह, विपुल एवं मंटू भी शामिल था. ये लोग एक लायसेंस बनवाने के लिए लोगों से 1.20 लाख रुपये लेता था.

हाल ही में आरा पुलिस द्वारा नागालैंड के दो एेसे लाइसेंस को जब्त किया है जो फर्जी था. इसी आधार पर संतोष सिंह, विपुल व मंटू के विरुद्ध आरा के नवादा थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी. इस घटना के बाद संतोष सिंह, विपुल व मंटू से संबंध तोड़कर मुकेश सिंह के साथ हथियार के कारोबार में शामिल हो गया. गौरतलब है कि 7 फरवरी की शाम 5.30 बजे बायसी पुलिस द्वारा दालकोला चेकपोस्ट पर एक सफारी गाड़ी की तलाशी के क्रम में 600 चक्र गोलियां बरामद कर तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तार लोगों में दो नागालैंड का और एक गोरखपुर का निवासी है.

गिरफ्तार अभियुक्तों द्वारा दी गयी जानकारी के बाद हथियार व गोली तस्करी का मास्टर माइंड पटना के मुकेश सिंह के घर पर छापेमारी की गयी. इस छापेमारी में 50 गोली बरामद की गयी. इसके बाद पूर्व में गिरफ्तार तीनों अभियुक्तों को रिमांड पर लेकर पूछताछ की गयी. इसके आधार पर बायसी थाना में जब्त सफारी गाड़ी की पुन: तलाशी ली गयी. तलाशी के दौरान एक एके-47, दो ग्रैनेड लांचर जैसे अत्याधुनिक हथियार समेत 1200 चक्र गोलियां बरामद की गयी.

जांच में जुटी थी केंद्रीय सुरक्षा एजेंसी

हथियार तस्करी की घटना के उजागर होने के बाद केंद्रीय जांच एजेंसी बायसी थाना पहुंच कर रिमांड पर लिये गये तीनों अभियुक्तों से गहन पूछताछ की. एजेंसी द्वारा बिहार और झारखंड के नक्सली संगठन व नागालैंड के उग्रवादी संगठनों की जानकारी हासिल की. एजेंसी यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही थी कि आखिर म्यांमार सेना के अत्याधुनिक हथियार किस प्रकार नागालैंड के उग्रवादी संगठन को आपूर्ति की जा रही है. बिहार और झारखंड के नक्सली संगठन से संबंध की जांच की जा रही है. बिहार के तस्कर से नागालैंड के हथियार तस्करों के संबंध की बारीकी से जांच चल रही है.

Next Article

Exit mobile version