पूर्णिया : शहर के 460 उपभोक्ताओं के कटेंगे बिजली कनेक्शन

पूर्णिया : जिले के 460 बिजली के उपभोक्ताओं को झटका लगा है. इनके घर के बिजली के कनेक्शन कटने लगे हैं और अंधेरे का साम्राज्य हो गया है. शाम होते ही ऐसे लोगों के घर के सदस्य अचानक एक अजीब सी आदिम जमाने की दुनिया महसूस करने लगते हैं. दरअसल ऐसा क्या है कि साढ़े […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 27, 2019 6:39 AM
पूर्णिया : जिले के 460 बिजली के उपभोक्ताओं को झटका लगा है. इनके घर के बिजली के कनेक्शन कटने लगे हैं और अंधेरे का साम्राज्य हो गया है. शाम होते ही ऐसे लोगों के घर के सदस्य अचानक एक अजीब सी आदिम जमाने की दुनिया महसूस करने लगते हैं. दरअसल ऐसा क्या है कि साढ़े चार सौ से अधिक परिवारों के घर अंधेरा छा गया है.
ऐसा इसलिए है कि शहर के चार सौ 60 परिवारों के बिजली के कनेक्शन काट दिये गये हैं. अब तो शहर में किरासन भी नहीं मिलती. मोमबत्ती भी काफी कीमती हो गये हैं. विभागीय सूत्र बताते हैं कि यह हालात सिर्फ शहरी उपभोक्ताओं के साथ ही नहीं बल्कि ग्रामीण इलाके के 35 हजार उपभोक्ताओं के घर भी यही हाल है. ज्ञातव्य है कि जिले में करीब पौने तीन लाख बिजली के उपभोक्ता हैं.
इनमें से करीब 40 हजार उपभोक्ता डिस्कनेक्शन की जद में हैं. यहां यह बता देना जरूरी है कि बिजली विभाग ने बिजली बिल के बकायेदारों की लंबी फेहरिस्त बनाया है. इनमें से पहले श्रेणी में 50 हजार एवं इससे अधिक बकाया रखने वालों के विरूद्ध डिस्कनेक्शसन की कार्रवाई की जा रही है. इसके बाद 20 हजार एवं इससे अधिक बकायेदारों की सूची अलग की जायेगी और उनका डिस्कनेक्शन किया जायेगा.
विभागीय सूत्रों का कहना है कि बकायेदारों की सूची बनाने और डिस्कनेक्शन का सिलसिला यहीं नहीं रूकेगा. तीसरी सूची भी बनेगी जिसमें वैसे बकायेदारों को लिया जायेगा जिसके पास बकाया कम से कम पांच हजार होगा. इस सूची में बकायेदारों की संख्या काफी ज्यादा होने की उम्मीद है. बकायेदारों की सूची के बाद एक और सूची बनायी जायेगी जिसमें वैसे उपभोक्ता होंगे जिन्होंने लगातार छह माह तक बिल का भुगतान नहीं किया है. ऐसे उपभोक्ताओं की संख्या भी काफी ज्यादा कही जा रही है.
शहर में अंधेरे का कोई विकल्प नहीं
शहर में अंधेरा दूर करने का कोई विकल्प नहीं है. अब तो यहां रोशनी की वैकल्पिक व्यवस्था भी नहीं दिखती. ऐसा इसलिए कि अब शहर में कहीं किरासन भी नहीं मिलती कि लालटेन जलाया जा सके. चूंकि इनके घरों की बिजली ही काट दी गयी है तो अब इनका इमरजेंसी भी चार्ज नहीं हो पा रहा है. इनके घरों के बच्चे अंधेरे के कारण पढ़ नहीं पा रहे हैं.
सभी अंचलों में शीघ्र चलेगा अभियान
विभागीय सूत्र बताते हैं कि डिस्कनेक्शन का अभियान किसी उपभोक्ता को अपमानित करने नहीं बल्कि उन्हें बिल भुगतान कराने की आदत पकड़ाने के लिए किया जा रहा है. बिल कलेक्शन के लिए तो रविवार को भी काउंटर खुला रखा जाता है.

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