बनमनखी (पूर्णिया) : मुआवजे के लिए परिजन कब्र से खोदकर बच्ची का शव निकाला और बुधवार को सरसी थाने के सामने ही फारबिसगंज-कुर्सेला स्टेट हाइवे को जाम कर दिया.
इसकी सूचना मिलने पर सरसी थाना अध्यक्ष मनीष कुमार झा ने प्रदर्शनकारियों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन लोग नहीं माने. इसके बाद प्रदर्शनकारी शव को एक ठेला पर लाद पूर्णिया की ओर चल पड़े. प्रदर्शनकारियों का कहना था कि अब हम लोग सीधा पूर्णिया एसपी और डीएम से मिलकर इंसाफ की गुहार लगायेंगे. इस बीच वरीय अधिकारियों के निर्देश पर थानाध्यक्ष ने मामले को निबटाया. इसके बाद पीड़ित परिजन को पहले से तय 50 हजार मुआवजा दिया गया, जिसके बाद लोग शांत हुए.
नहीं मिला मुआवजा तो आक्रोशित हुए परिजन : मृत बच्ची के पिता राजू मल्लिक ने बताया कि अंतिम संस्कार के बाद पंचों ने सरसी थाना समेत अलग -अलग जगहों पर पंचायती की. इसमें तय किया गया कि बच्ची की मौत बाइक चालक की गलती से ही हुई है.
इसलिए पीड़ित परिजन को एक लाख 35 हजार बतौर मुआवजा आरोपित को देने होंगे. इस पर आरोपी ने पंचायक के मुखिया सहित तमाम पंचों के समक्ष अगले दिन सभी रुपये प्रबंध कर देने की बात कही थी. लेकिन जब रुपये देने का समय आया तो आरोपी रुपये देने से मुकर गया.
25 मार्च को हादसे में हुई थी बच्ची की मौत
पिछले 25 मार्च को फारबिसगंज-कुर्सेला स्टेट हाइवे पर हादसे में आरती की मौत हुई थी. इसके बाद आक्रोशित लोगों ने प्रदर्शन किया था.
इस दौरान आक्रोशित लोगों ने बच्ची के शव को सड़क पर रख कर मुआवजे की मांग पर घंटों अड़े रहे. बताया जा रहा है कि तब आरोपित ने घटनास्थल पर पहुच कर पीड़ित को हर संभव मुआवजा देने का वादा कर जाम को समाप्त करवाया. इसके बाद शव को 25 मार्च की देर शाम ही दफना दिया गया था.