मतदान के लिए चुनौती बन सकता है मौसम
पूर्णिया : मिनी दार्जिलिंग कहे जाने वाले पूर्णिया का मौसमी मिजाज चुनावी अखाड़े के पहलवानों के लिए सुखद नहीं है. धरती को चूमते सूरज की तपिश चुनावी पहलवानों के प्रयास को झुलसाने का जतन कर रही है. अलबत्ता, यह माना जा रहा है कि चिलचिलाती धूप, तेज गर्मी और छाये बादल वोटरों के लिए बूथों […]
पूर्णिया : मिनी दार्जिलिंग कहे जाने वाले पूर्णिया का मौसमी मिजाज चुनावी अखाड़े के पहलवानों के लिए सुखद नहीं है. धरती को चूमते सूरज की तपिश चुनावी पहलवानों के प्रयास को झुलसाने का जतन कर रही है.
अलबत्ता, यह माना जा रहा है कि चिलचिलाती धूप, तेज गर्मी और छाये बादल वोटरों के लिए बूथों तक पहुंचने में बड़ी चुनौती साबित होंगे. जेठ का कहर तो दूर, वैशाख के जवां होने से पहले ही गुरुवार को मौसम का अधिकतम पारा 36 से 37 डिग्री सेल्सियस के करीब होगा.
दरअसल, मौसम विभाग के पूर्वानुमान में कहा गया है कि गुरुवार को मौसम का मिजाज गर्म रह सकता है क्योंकि न केवल तापमान में उछाल आयेगा बल्कि उमस भी बनी रहेगी. हालांकि मंगलवार के रात जमकर बारिश हुई जिससे बुधवार को मौसम सामान्य रहने की संभावना थी.
हालांकि हवा बह रही थी पर मौसम का पारा 36 पार कर गया. वैसे, गर्मी लगातार परवान चढ़ रही है. कहते हैं, पहले ऐसा नहीं था. पल में गर्मी और पल में बारिश. मौसम का मिजाज यहां हमेशा खुशगवार रहा करता था. इसी वजह से लोग पूर्णिया को मिनी दार्जिलिंग कहा करते थे. मगर बदलते भौगोलिक परिवेश में पूर्णिया के मौसमी मिजाज ने भी करवट बदल लिया है.