आंधी ने एक बार फिर मक्का पर बरपाया कहर, बारिश से शहर में पैदल चलना दूभर

पूर्णिया : मौसम की बेरूखी से शहर से गांव तक लोग बेहाल हैं. कभी भीषण गर्मी तो कभी आंधी-बारिश. पिछले एक पखवारे से यह सिलसिला चल रहा है. इसी कड़ी में देर रात आयी आंधी ने मक्का किसानों पर कहर बरपाया है. खेतों में जिनकी मकई लगभग तैयार थी, उसके पौधे धराशायी हो गये. गेहूं […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 18, 2019 6:05 AM

पूर्णिया : मौसम की बेरूखी से शहर से गांव तक लोग बेहाल हैं. कभी भीषण गर्मी तो कभी आंधी-बारिश. पिछले एक पखवारे से यह सिलसिला चल रहा है. इसी कड़ी में देर रात आयी आंधी ने मक्का किसानों पर कहर बरपाया है. खेतों में जिनकी मकई लगभग तैयार थी, उसके पौधे धराशायी हो गये. गेहूं किसानों को भी नुकसान का सामना करना पड़ा है. आंधी की वजह से ग्रामीण इलाकों में फूस और टीन के घरों के छप्पर उड़ गये.

वहीं बारिश से कुछ फसलों को फायदा हुआ है. मगर बारिश के कारण शहरी इलाकों में पैदल भी निकलना दूभर हो गया है. पूर्णिया शहर के मधुबनी, भट्ठा, लाइन बाजार, खुश्कीबाग व गुलाबबाग और उसके आसपास के कई मोहल्लों में भारी जलजमाव की समस्या पैदा हो गयी है. मधुबनी में शीतला मंदिर होते हुए सिपाही टोला रोड से मंझली चौक पर एनएच 107 से मिलनेवाली सड़क झील में तब्दील हो गयी है.
इससे जयप्रकाश कॉलोनी और तारानगर मोहल्ले के लोगों को आवागमन की समस्या हो रही है. आंधी की वजह से शहर के जनता चौक के पास बिजली का पोल गिर गया जिससे आसपास के इलाकों में रात से ही बिजली गुल रही. सुबह में लोगों को पानी के संकट का सामना करना पड़ा.
श्रीनगर प्रतिनिधि के अनुसार, मंगलवार की रात्रि आयी बारिश व आंधी में किसानों की मक्का की फसल काफी मात्रा में बर्बाद हुई है जिससे किसानों में हताशा एवं निराशा है. झुन्नी कला पंचायत अंतर्गत वार्ड संख्या 12 के किसान पवन यादव, विष्णु देव यादव, सीताराम यादव, हरदेव यादव, हंसराज यादव ने बताया कि उन सभी किसानों ने झुन्नी कला पंचायत के खाता धार बिहार में जो वार्ड संख्या 13 में मकई फसल लगायी थी. मंगलवार की रात्रि में आयी आंधी ने सभी मक्का फसल को धराशायी कर दिया.
किसानों ने बताया कि अचानक मंगलवार की रात्रि 10:00 बजे के करीब बारिश शुरू हो गयी और उसके साथ तेज आंधी ने अपना कहर शुरू कर दिया. इससे खाता धार में दर्जनों एकड़ में लगी मक्का फसल के पौधे जमीन पर गिर पड़े. धराशायी मकई फसल किसी काम के नहीं रहे. किसानों ने बताया कि फसल क्षति होने से अब उनकी आर्थिक स्थिति चरमराने के कगार पर पहुंच गयी है.
अमौर प्रतिनिधि के अनुसार, बीती रात्रि आयी तेज आंधी बारिश से प्रखंड क्षेत्र में कई कच्चे मकान एवं टीन के छप्पर उड गये. हालांकि तेज आंधी बारिश से किसी जानमाल का नुकसान नहीं हुआ है.
प्रत्यक्षदर्शी दलमालपुर निवासी बबलू साह ने बताया कि बीते मंगलवार को 10.20 बजे आई तेज आंधी बारिश से उसके कच्चे मकान का टीन का छप्पर एवं गांव के ही देवनारायण साह, सखीचंद साह के घर का टीन का छप्पर उड़ गया. आंधी बारिश में किसी के जान माल का नुकसान नहीं हुआ है.

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