जिले में बेटियां सुरक्षित नहीं, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा बेमानी
पूर्णिया : एक ओर सत्ता के मुंडेर पर बैठे लोग बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के नारे लगा रहे हैं और दूसरी ओर यहां दु:शासनों की सभा में हर रोज चीरहरण हो रहा है. दरिंदगी की इंतहा तो यह है कि छोटी-छोटी उम्र के साथ-साथ मूक बधिर व विकलांग बेटियां भी महफूज नहीं है और सामूहिक […]
पूर्णिया : एक ओर सत्ता के मुंडेर पर बैठे लोग बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के नारे लगा रहे हैं और दूसरी ओर यहां दु:शासनों की सभा में हर रोज चीरहरण हो रहा है. दरिंदगी की इंतहा तो यह है कि छोटी-छोटी उम्र के साथ-साथ मूक बधिर व विकलांग बेटियां भी महफूज नहीं है और सामूहिक हवस का शिकार बन रही है. इस पूरे प्रकरण में पुलिस की भूमिका खानापूर्ति से कुछ अधिक नजर नहीं आती है.
बीते तीन दिनों में एक तीन वर्षीया बच्ची समेत तीन बेटियां अपने इर्द-गिर्द मौजूद नर भेड़िये की विकृत मानसिकता की शिकार हुई हैं. टीकापट्टी थाना क्षेत्र के कोशकीपुर में तीसरी कक्षा की छात्रा और मरंगा थाना क्षेत्र के ठाढ़ा में मैट्रिक पास छात्रा के साथ न सिर्फ सामूहिक दुष्कर्म किया गया बल्कि उन दोनों की हत्या गला दबा कर कर दी गयी.
वहीं 17 अप्रैल की शाम में कसबा थाना क्षेत्र में एक तीन वर्षीया बच्ची के साथ मुहल्ले के ही युवक ने दुष्कर्म किया. इस मामले में बाद में एक युवक की गिरफ्तारी भी हुई. 18 अप्रैल को ठाढ़ा में मैट्रिक पास छात्रा को उस समय दुष्कर्म का शिकार बनाया गया जब वह शौच करने घर के निकट मक्का के खेत गयी थी.
दरिन्दों ने न केवल उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया बल्कि पहचान छिपाने के लिए उसकी गला दबा कर हत्या कर दी. इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है. हालांकि प्राथमिकी में दर्ज नाम को निर्दोष बताते हुए ग्रामीणों ने थाना के बाहर प्रदर्शन कर निष्पक्ष जांच की मांग की है.
वर्ष 2014 के बाद वर्ष 2018 में दुष्कर्म की सर्वाधिक घटनाएं हुई. इस वर्ष 20 अप्रैल तक दुष्कर्म की 14 घटनाएं हो चुकी है इनमें सामूहिक दुष्कर्म के मामले अधिक है.
घर से अगवा कर किशोरी के साथ सामूहिक दुष्कर्म
14 फरवरी को देर शाम मुफस्सिल थाना क्षेत्र के एक किशोरी को बदमाशों ने उसे घर से अगवा कर लिया और सामूहिक दुष्कर्म कर उसकी हत्या कर दी. घटना के अगले सुबह किशोरी के शव को घटनास्थल के निकट तालाब से बरामद किया गया. पुलिस को घटनास्थल पर कोरेक्स कफ सीरप के पांच खाली बोतल भी मिले थे.
घटना के बाद पुलिस डॉग की भी मदद ली गयी. करीब आधे दर्जन लोगों से पूछताछ भी हुई, लेकिन पुलिस को अब तक ठोस सबूत हाथ नहीं लगा जिसके जरिये संलिप्त अपराधियों की गिरफ्तारी हो सकती.
युवती के साथ दो दिनों तक हुआ था दुष्कर्म
गत वर्ष 21 अगस्त की देर रात कसबा थाना क्षेत्र में एक 20 वर्षीया मूक बधीर व दिव्यांग युवती के साथ दो दिनों तक सामूहिक दुष्कर्म हुआ. पीड़ित युवती शौच के लिए घर से बाहर निकली थी.
इसी दौरान घात लगा कर बैठे कुछ लोगों ने उसे अगवा कर लिया और गांव से दूर बहियार में ले जाकर लगातार दो दिनों तक सामूहिक दुष्कर्म किया. 23 अगस्त की सुबह युवती खेत में बेहोशी हालत में मिली थी. घटना के बाद पुलिस ने एक आरोपित को गिरफ्तार कर लिया था.
घर में घुस कर सामूहिक दुष्कर्म
गत् वर्ष 18 मई को सदर थाना क्षेत्र के श्रीराम कॉलोनी में 19 वर्षीया एक युवती के साथ घर में घुस कर तीन लड़कों ने बारी-बारी से दुष्कर्म किया. तीनों लड़कों में एक ने दुष्कर्म का वीडियो अपने मोबाइल पर बनाया और जाते-जाते यह धमकी दिया था कि उसने दुष्कर्म की जानकारी किसी को दी तो वह सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल कर देगा.
पीड़ित युवती ने दुष्कर्म का वीडियो वायरल होने के डर से थाने में घटना की शिकायत नहीं की थी. बाद में वह अपने परिजनों के साथ घटना के दूसरे दिन महिला थाना पहुंच कर बयान दर्ज कराया. लेकिन यह घटना में महज एफआइआर का हिस्सा बन कर रह गया.
सामूहिक दुष्कर्म के बाद कर दी हत्या
14 दिसंबर 2017 को श्रीनगर थाना क्षेत्र के खोखा उत्तर पंचायत में एक किशोरी के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना हुई थी. इस घटना में दुष्कर्म के बाद किशोरी की हत्या कर निकट के तालाब में उसका शव फेंक दिया गया था.
घटना के बाद स्थानीय लोगों में काफी आक्रोश था. पुलिस ने कार्रवाई कर तीन युवक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया, जबकि अभी भी दो आरोपित फरार है.